पलवल। हरियाणा के पलवल में दो दिन पहले परचून की दुकान में आग लगने से झुलसे तीनों बच्चों की मौत हो गई है। मृतकों में दो सगे भाई बहन हैं, जबकि तीसरा बच्चा पड़ोस का रहने वाला है। तीनों को पहले नल्हड़ मेडिकल कॉलेज और इसके बाद दिल्ली के ट्रामा सेंटर में रेफर किया गया था। चंद मिनटों में ही परिवार उजड़ जाने से पूरे गांव में मातम का माहौल है। पुलिस मामला दर्ज कर छानबीन में लगी है। जानकारी के अनुसार, पलवल के लखनका गांव निवासी खलील अहमद ने पुलिस को दी शिकायत में कहा है कि उसने गांव में परचून की दुकान खोली हुई है। बुधवार देर शाम वह नमाज पढ़ने के लिए दुकान से मस्जिद में चला गया। उसी वक्त दुकान पर उसका बेटा हुजेफा (15) व बेटी सारमीन (13) व पड़ोस के रहने वाले याकूब का बेटा मोहम्मद खान (12) मौजूद थे।
बिजली चली गई तो उसके बेटे ने रोशनी के लिए मोमबत्ती जला दी। इसी बीच जलाई गई मोमबत्ती से दुकान में आग लग गई। आग लगने पर तीनों बच्चे घबरा गए और दुकान से बाहर नहीं निकल सके। आग की चपेट में आने के कारण वे बुरी तरह झुलस गए। दुकान में आग लगी देख कर आसपास के लोगों ने बड़ी मुश्किल से तीनों बच्चों को दुकान से निकला। वे बुरी तरह से जले हुए थे। बच्चों को नल्हड़ स्थिति मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। वहां से डॉक्टरों में बच्चों की हालत गंभीर देखते हुए दिल्ली के ट्रामा सेंटर के लिए रेफर कर दिया। दिल्ली में इलाज के दौरान हुजेफा व सारमीन ने दम तोड़ दिया। कुछ देर बाद ही तीसरे बच्चे मोहम्मद खान की भी मौत हो गई। एक साथ तीन बच्चों की मौत से लखनका गांव में शोक का माहौल है। मृतक बच्चों के परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। हादसे के बाद बच्चों के परिवार को सांत्वना देने के लिए गांव के लोग लोगों का आना-जाना लगा हुआ है। मामले की सूचना पुलिस को दी गई, पुलिस ने शिकायत के आधार पर अपनी कार्रवाई शुरू कर दी है।