गुरुग्राम. केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी (Enforcement Directorate ) ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए हरियाणा मूल के रहने वाले चर्चित कारोबारी राज सिंह गहलोत (Raj Singh Gehlot) को गिरफ्तार कर लिया है. ईडी मुख्यालय की टीम ने राज सिंह गहलोत को कई बार पूछताछ और मामले तफ़्तीश के बाद आखिरकार गिरफ्तार कर लिया. ईडी द्वारा दर्ज मामलों की अगर बात करें तो बैंक लोन फर्जीवाड़े से जुड़े एक मसले में ये कार्रवाई की गई है. इसके साथ ही आरोप ये भी था कि फर्जीवाड़े को अंजाम देकर उन्होंने लोगों के लिए बनने वाले आवासीय परिसर की जमीन पर गुरुग्राम के बेहद पॉश इलाके में व्यावसयिक निर्माण करवाया और वहां एम्बियंस मॉल का निर्माण करवा दिया, जिसके चलते वो जांच एजेंसी के रडार पर आ गए.
केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई (CBI ) ने राज सिंह गहलोत और उनकी कंपनी के खिलाफ मामला दर्ज किया था. इस मामले की तफ़्तीश करने का निर्देश पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय द्वारा दिया गया था और कहा गया था कि जल्द से जल्द इस मामले की तफ़्तीश करने के बाद आगे की रिपोर्ट कोर्ट को दिया जाए. लिहाजा सीबीआई की टीम को आरोप काफी गंभीर लगे थे. लेकिन इस मामले की गंभीरता को देखते हुए सीबीआई द्वारा दर्ज मामले के बाद ईडी की टीम ने जब छापेमारी की तब काफी महत्वपूर्ण दस्तावेज और सबूत तफ़्तीश करने वाली टीम के हाथ लगी थी. उसी के आधार पर कई बार राज सिंह गहलोत से पूछताछ हुई लेकिन वो लगातार झूठ बोल रहे थे. लिहाजा इसी बात के मद्देनजर उसे गिरफ्तार किया गया है.
ईडी द्वारा दर्ज मामले के मुताबिक दिल्ली -जयपुर नेशनल हाइवे के पास आवासीय परिसर के लिए 19 एकड़ जमीन आवंटन किया गया था. लेकिन राज सिंह गहलोत ने मात्र 7.9 एकड़ जमीन पर आवासीय परिसर का निर्माण किया. बाकी के बचे जमीन पर अपने और अपनी कंपनी का मुनाफा कमाने के लिए उस जमीन का दुरूपयोग करते हुए वहां व्यवसायिक मॉल और अन्य दूसरे व्यवसायिक इमारतों का निर्माण करवा दिया. जिसका फायदा उन्हें व्यक्तिगत तौर पर हुआ. लेकिन जब इस मामले में एक जनहित याचिका (PIL ) दायर किया गया तब ये तमाम फर्जीवाड़ा सबके सामने आया.