बजरंग दल के नेता की हत्या से आक्रोश, शहर पुलिस छावनी में तब्दील, जानें लेटेस्ट अपडेट

तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है.

Update: 2022-11-14 05:48 GMT
न्यूज़ क्रेडिट: आजतक
चाइबासा: झारखंड के चाइबासा में बजरंग दल के नेता कमलदेव गिरी की हत्या के बाद इलाके में भारी तनाव व्याप्त हो गया है. स्थानीय लोगों ने शव रखकर इंसाफ की मांग की. इसके बाद शवयात्रा के दौरान दो समुदायों में जबर्दस्त संघर्ष हुआ. पत्थर फेंके गए. इलाके में तनाव व्याप्त हो गया है. वहीं पुलिस ने चक्रधरपुर में धारा-144 लागू कर दी है.
जानकारी के मुताबिक चक्रधरपुर थाना के अंतर्गत भारत भवन के पास गिरिराज सेना के प्रमुख और बजरंग दल के सदस्य कमलदेव गिरी की अपराधियों ने बम मारकर हत्या कर दी. कमलदेव की हत्या के बाद लोगों ने पवन चौक में शव रखकर प्रदर्शन किया. साथ ही अपराधियों की गिरफ़्तारी की मांग की.
दरअसल, कमलदेव गिरी शनिवार शाम को 6.30 बजे अपनी बाइक से भारत भवन गए थे। तभी अपराधियों ने घात लगाकर उन पर पीछे से बम से हमला किया. एक बम उनके सिर के पीछे लगा. इसके चलते वह मौके पर ही गिर पड़े. घटना के बाद इलाके में भगदड़ मच गई. आनन-फानन में कमलदेव गिरी को इलाज के लिए चक्रधरपुर रेलवे अस्पताल लाया गया. जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
घटना के बाद हिंदू संगठन में आक्रोश व्याप्त हो गया है. हजारों की संख्या में लोग रेलवे अस्पताल के बाहर जमा हो गए. इधर, सूचना पाकर एसपी-डीसी ने रात में ही चक्रधरपुर में कैम्प कर दिया. वहीं, डीएसपी कपिल चौधरी और थाना प्रभारी लक्ष्मण प्रसाद रेलवे अस्पताल पहुंचे.
स्थानीय लोगों ने कमलदेव गिरी के शव को चक्रधरपुर के पवन चौक में रखकर प्रदर्शन किया. भारी संख्या में लोगों ने पुलिस और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. जानकारी के मुताबिक रेल राज्य मंत्री चक्रधरपुर में अपने दौरे के क्रम में कमलदेव गिरी को भाजपा में शामिल करने वाले थे, लेकिन इसी बीच उनकी हत्या कर दी गई.
कमलदेव गिरि की बोतल बम से हत्या के बाद चक्रधरपुर शहरी क्षेत्र में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा बढ़ा दी है. चक्रधरपुर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. चप्पे-चप्पे पर पुलिस और सीआरपीएफ के जवान तैनात कर दिए गए हैं. रविवार सुबह से ही चक्रधरपुर में सन्नाटा पसरा है. बाजार और दुकानें बंद हैं.
कमलदेव गिरि की हत्या के बाद प्रशासन ने चक्रधरपुर में 19 नवंबर तक धारा-144 लागू कर दी है. इसके साथ ही सोशल मीडिया पर विवादित तथ्यों के आदान-प्रदान पर भी रोक लगाई गई है.
कमलदेव गिरी की हत्या के बाद हालात उस वक्त ज्यादा तनावपूर्ण हो गए, जब शव यात्रा के दौरान भीड़ पर समुदाय विशेष के लोगों ने पत्थरबाजी कर दी. शव यात्रा चक्रधरपुर नगर के मुख्य चौराहे तक ही पहुंची थी कि भीड़ पर पत्थर फेंके गए. इससे अफरा-तफरी मच गई. स्थिति और तनावपूर्ण हो गई. फिर दोनों समुदायों की ओर से भी हमला होने लगा. ये मंजर करीब 20 मिनट तक रहा. बाद में रैपिड एक्शन फोर्स के जवानों ने मोर्चा संभाला. भीड़ पर नियंत्रण पाने के लिए लाठीचार्ज किया गया.
पश्चिम सिंहभूम जिले के डीसी अनन्य मित्तल और एसपी आशुतोष शेखर ने बताया कि हत्याकांड को लेकर SIT का गठन किया गया है. बहुत जल्द इसमें शामिल लोगों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा. उन्होंने बताया कि शवयात्रा के दौरान दो समुदाय के बीच पत्थरबाजी हुई. जिस पर समय रहते काबू पा लिया गया. अभी हालात नियंत्रण में हैं. प्रशासन पीड़ित परिवार की भी हर संभव मदद कर रहा है. डीसी एसपी ने चक्रधरपुर के लोगों को अफवाहों पर ध्यान न देने और शांति बनाए रखने की अपील की है. कमलदेव गिरि का मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में तीन डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया. पश्चिमी सिंहभूम जिले के उपायुक्त अनन्य मित्तल ने पोस्टमार्टम के लिए डॉक्टरों की टीम गठन किया था.
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