भारत में कोरोना: सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू, हरीश साल्वे ने खुद को किया अलग, चीफ जस्टिस ने कहा लोग ऑक्सीजन की कमी से मर रहे
देश में कोरोना संक्रमण के संकट पर स्वत: संज्ञान लेने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने मामले की सुनवाई शुरू कर दी है. चीफ जस्टिस एसए बोबडे ने कहा कि लोग ऑक्सीजन की कमी से मर रहे हैं.
देश में लगातार दूसरे दिन 3 लाख से अधिक कोरोना संक्रमण के नए मामले सामने आए हैं. जिसमें सबसे ज्यादा केस महाराष्ट्र में 67,013 मामले और 568 लोगों की मौत दर्ज की गई. राजधानी दिल्ली में भी गुरुवार को 26,169 नए केस और 306 मौतों के मामले आए. देश में कोविड-19 संक्रमण की लगातार बिगड़ती स्थिति और ऑक्सीजन एवं बेड की समस्याओं को लेकर सुप्रीम कोर्ट आज सुनवाई कर रहा है. कोर्ट ने गुरुवार को इस मामले पर स्वत: संज्ञान लेते हुए केंद्र सरकार से नेशनल प्लान की मांग की थी. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आज मौजूदा स्थिति को लेकर तीन अलग-अलग बैठक करेंगे. अब उत्तर प्रदेश, असम, मध्य प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़ के बाद झारखंड और पश्चिम बंगाल ने भी 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को मुफ्त वैक्सीन लगाने की घोषणा की है. देश में अब तक 13.54 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन डोज लगाई जा चुकी है.
पीएम मोदी के साथ बैठक में इन दस राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल.
1) महाराष्ट्र
2) उतर प्रदेश
3) कर्नाटक
4) केरल
5) छत्तीसगढ़
6) राजस्थान
7) दिल्ली
8) मध्य प्रदेश
9) गुजरात
10) तमिलनाडु
ऑक्सीजन की सप्लाई की चुनौती सबसे बड़ा संकट
देश के अलग-अलग हिस्सों में ऑक्सीजन की सप्लाई की दिक्कत है. दिल्ली, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, गुजरात, राजस्थान समेत कई राज्य ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे हैं. गुरुवार को भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई मंत्रालयों के अधिकारियों के साथ बैठक की थी, जिसमें उन्होंने ऑक्सीजन की सप्लाई तेज़ करने का निर्देश दिया था.
पीएम मोदी का निर्देश था कि ऑक्सीजन का प्रोडक्शन पर्याप्त मात्रा में हो रहा है, लेकिन सप्लाई में बाधाएं हैं, इन्हें दूर करना चाहिए. जो इस वक्त ब्लैक मार्केटिंग कर रहे हैं, उनपर कड़ा एक्शन लिया जाना चाहिए.
देश में बिगड़ते जा रहे हैं कोरोना के कारण हालात
भारत इस वक्त दुनिया में कोरोना संकट का एपिसेंटर बन चुका है. बीते दो दिनों में भारत में 6 लाख से ज्यादा नए केस दर्ज किए गए हैं. गुरुवार को 3.15 लाख कोरोना केस आए, जबकि शुक्रवार को आंकड़ा 3.30 लाख तक पहुंच गया. लगातार दूसरे दिन 2 हजार से ज्यादा लोगों की जान चली गई है. देश के कई अस्पतालों में ऑक्सीजन, बेड्स का संकट है, वहीं जीवनरक्षक दवाई रेमडेसेविर भी नहीं मिल रही है.