नयी दिल्ली। पश्चिमी हवाओं और पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी के कारण समूचे उत्तर भारत में ठंड, मैदानी इलाकों में कोहरे तथा शीतलहर का प्रकोप गुरुवार को भी जारी रहा और अगले तीन-चार दिनों तक इससे राहत मिलने के आसार नहीं हैं। मौसम विभाग से यहां मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में अगले कुछ दिनों तक घना कोहरा छाए रहने का अनुमान है। विभाग ने सात जनवरी तक शीतलहर चलने पर रेड अलर्ट जारी किया है।
विभाग के अनुसार आज लोधी रोड़ पर न्यूनतम तापमान 2.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो कि कई पर्वतीय क्षेत्रों के तापमान से काफी कम है। दिल्ली में आज सुबह इस मौसम की सबसे सर्द सुबह रही और राजधानीवासियों को हाड़ कंपाने वाली सर्दी से दो-चार होना पड़ रहा है। सफदरजंग में न्यूनतम तापमान तीन डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। विभाग का कहना है कि भारत के उत्तर-पश्चिमी और मध्य एवं पूर्वी भारत में अगले दो-तीन दिनों में अत्यधिक घना कोहरा छा सकता है। दिल्ली के पालम में यह 25 मीटर तो सफदरजंग में 50 मीटर की दृश्यता रिकॉर्ड की गयी है।
ठंड के मद्देनजर दिल्ली एयरपोर्ट ने सभी यात्रियों को भी अलर्ट कर दिया है। हवाई अड्डा अधिकारियों का कहना है कि अभी तो सभी उड़ानें सुचारू रूप से चल रही हैं, लेकिन आने वाले समय में दृष्यता कम होने के कारण उड़ानों में देरी हो
सकती है।
उल्लेखनीय है कि सोमवार और मंगलवार के बीच करीब 100 उड़ानें देरी से संचालित हुईं वहीं कुछ उड़ानों के मार्ग में परिवर्तन किया गया। मौसम विभाग के अनुसार अगले कुछ दिनों तक दिल्ली सहित एनसीआर क्षेत्र में घना कोहरा छाए रहने का अनुमान है। विभाग ने सात जनवरी तक शीतलहर चलने के कारण रेड अलर्ट जारी किया है। राजधानी में बुधवार को अधिकतम तापमान सामान्य से 16.5 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री कम 4.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
पश्चिमोत्तर भारत में पहाड़ों पर धूप और मैदानी इलाकों में लगातार हाड़ कंपाने वाली सर्दी और घने कोहरे से हवाई सेवा बुरी तरह प्रभावित रही।
अमृतसर तथा चंडीगढ़ इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर दृश्यता कम रहने से पिछले कई दिनों से हवाई सेवा पर बुरा असर पड़ा तथा यात्रियों को मुश्किलों को सामना करना पड़ रहा है। आने-जाने वाली उड़ानें उड़ान नहीं भर पा रही हैं, जिससे विमान कंपनियों को राजस्व का घाटा हो रहा है। लोगों को अगले कुछ दिन भी ऐसे ही मौसम की मार झेलनी पड़ेगी।
मौसम केन्द्र के अनुसार अगले दो दिन में शीतलहर और घना कोहरा छाये रहने का अनुमान है। कड़ाके की ठंड के कारण पंजाब में गुरदासपुर तथा मोगा का न्यूनतम तापमान दो डिग्री और हरियाणा में हिसार दो डिग्री और नारनौल तीन डिग्री सेल्सियस रहा।
चंडीगढ़ तथा इसके आसपास घना कोहरा तथा कड़ाके की ठंड की मार से आम लोग परेशान रहे। शहर में न्यूनतम तापमान पांच डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। आज दोपहर तक सूरज के दर्शन नहीं हुये तथा आम लोग अलाव सेंकते नजर आये। इसी तरह हरियाणा और पंजाब के ग्रामीण और शहर की बस्तियों में लोग अलाव जलाकर ठंड को भगाने का प्रयास करते रहे, लेकिन भीषण ठंड से कोई राहत नहीं मिली। हिसार का न्यूनतम तापमान दो डिग्री, नारनौल तीन डिग्री, भिवानी, करनाल में छह-छह डिग्री, रोहतक और अंबाला पांच डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।
लुधियाना, पटियाला, पठानकोट और अमृतसर का न्यूनतम तापमान क्रमश: पांच डिग्री, बठिंडा तीन डिग्री सेल्सियस सहित राज्य के अधिकांश इलाकों में भीषण कोहरे की मार तथा घने कोहरे के चलते पारा चार से छह डिग्री के बीच रहा। समूचा क्षेत्र इन दिनों सूखे की चपेट में है, लेकिन घने कोहरे से गेंहूं की फसल को फायदा होगा। अगले दो दिन शीतलहर और घने कोहरे के आसार हैं। उसके बाद शीतलहर तथा कोल्ड डे से राहत मिल सकती है।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ सहित समूचे प्रदेश में लोगों को कड़ाके की सर्दी का सामना करना पड़ा रहा है। लखनऊ मौसम विभाग के अनुसार अभी एक सप्ताह तक शीतलहर का प्रकोप रहेगा। लखनऊ के कुछ क्षेत्रों में हल्की बारिश भी हो सकती है। घना कोहरा भी अभी बने रहने के आसार हैं।
आज यहां अधिकतम तापमान करीब 14 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान सात डिग्री सेल्सियस तक रहने का अनुमान व्यक्त किया गया है। आज सुबह हालांकि घने कोहरे की चादर देखी गई, जिसके कारण लोगों को कार्यालय पहुंचने में परेशानी का सामना करना पड़ा।
चित्रकूट जिले में जारी शीतलहर और ठंड को देखते हुए प्रशासन ने कक्षा 12 तक के सभी स्कूलों को सात जनवरी तक के लिये बंद कर दिया गया है। इस आशय का आदेश डीआईओएस बलिराज राम ने जारी किया है। उल्लेखनीय है कि कक्षा एक से लेकर कक्षा आठ तक के स्कूल को 15 जनवरी तक के लिए पहले ही बंद किए जाने की घोषणा की जा चुकी
है।
मध्यप्रदेश में उत्तरी हवाओं के प्रभाव से पड़ रही काफी ठंड के बीच अगले चौबीस घंटों के दौरान खंडवा, खरगोन, बुरहानपुर, बैतूल और हरदा जिले में कहीं-कहीं हल्की वर्षा के अलावा राज्य के तीन स्थानों पर शीतलहर और एक दर्जन से अधिक स्थानों पर कोल्ड डे के आसार हैं।
भोपाल मौसम विभाग के वैज्ञानिकों के अनुसार राज्य के छतरपुर, ग्वालियर और दतिया जिले में कहीं-कहीं शीतलहर चल सकती है। प्रदेश के ग्वालियर व चंबल संभागों के जिलों के अलावा रीवा, उमरिया, जबलपुर, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, नीमच, मंदसौर, रायसेन, भोपाल, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन और देवास जिलों में शीतल दिन के आसार हैं।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार राजधानी भोपाल समेत, रीवा, सागर, ग्वालियर, चंबल, नर्मदापुरम संभागों के अलावा अनूपपुर, कटनी, जबलपुर, नरसिंहपुर, सिवनी, मंडला, बालाघाट, नीचम, खंडवा, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम और बुरहानपुर जिले में मध्यम से घना कोहरा के अनुमान है। दतिया व छतरपुर जिले में पाला पड़ने का अनुमान है।
मौसम विभाग के अनुसार अगले 48 घंटों के बाद तापमानों में बढ़ोत्तरी हो सकती है।
प्रदेश में बीते चौबीस घंटों के दौरान उत्तरी सर्द हवाओं के कारण चार शहरो में तीव्र शीतलहर और एक दर्जन से अधिक शहर कोल्ड डे के चपेट में रहा। भारत के उत्तरी हिस्से से करीब 15 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चले सर्द हवाएं आने के कारण ठंड ने प्रभाव दिखाया। राज्य के अशोकनगर में न्यूनतम चार डिग्री सेल्सियस, ग्वालियर में न्यूनतम तापमान 4़ 5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ। जबलपुर, मंडला, धार और बैतूल में तीव्र शीतल दिन रहा। राजधानी भोपाल सहित गुना, ग्वालियर, इंदौर, रायसेन, शिवपुरी, उज्जैन, छतरपुर, नरसिंहपुर, रीवा, सागर, सिवनी और उमरिया में शीतल दिन रहा।
उन्होंने बताया है कि तीन दिन बाद उत्तर भारत में एक पश्चिमी विक्षोप के सक्रिय होने के आसार हैं, इसके कारण तापमान में बढ़ोत्तरी होने का अनुमान है। इससे ठंड में राहत मिल सकती है। प्रदेश की राजधानी भोपाल में आज सुबह से ही सर्द हवाओं का असर रहा। धूप के हालांकि खिलने से ठंड के प्रभाव से थोड़ी राहत मिली।
राजस्थान में कड़ाके की ठंड बढ़ती जा रही है और राज्य में सिरोही जिले में स्थित पर्वतीय पर्यटन स्थल माउंटआबू में न्यूनतम तापमान जमाव बिन्दु से छह डिग्री नीचे पहुंच गया जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ।
प्रदेश में माउंटआबू सहित करीब आधे दर्जन स्थानों पर न्यूनतम तापमान जमाव बिन्दु से नीचे दर्ज किया गया। प्रदेश में माउंटआबू सबसे ठंडा स्थान रहा जहां न्यूनतम तापमान शून्य डिग्री से छह डिग्री सेल्सियस नीचे पहुंच जाने से सुबह देर तक पर्यटक एवं अन्य लोग होटलों एवं घरों में दुबके रहे, वहीं पेड़ों, बाग-बगीचों, गमलों एवं गाड़ियों पर बर्फ जमी नजर आई। बाद में धूप निकलने पर राहत महसूस की जाने लगी।
माउंटआबू के बाद सीकर जिले का फतेहपुर दूसरा सबसे ठंडा स्थान रहा जहां न्यूनतम तापमान जमाव बिन्दु से 1़ 8 डिग्री सेल्सियस नीचे रिकॉर्ड किया गया। इसी तरह जयपुर जिले के जोबनेर में भी न्यूनतम तापमान जमाव बिन्दु से 1़ 5 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया।
मौसम विभाग के अनुसार चुरु में न्यूनतम तापमान जमाव बिन्दु से 1़ 5 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया जो सामान्य से सात डिग्री कम था। इसी तरह सीकर में भी न्यूनतम तापमान शून्य डिग्री सेल्सियस से 1़ 5 डिग्री सेल्सियस नीचे पहुंच गया जो सामान्य से छह डिग्री कम रहा।
राज्य में इसके अलावा अलवर में न्यूनतम तापमान 1़ 3 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से छह डिग्री कम था। इसी तरह भीलवाड़ा में 1़ 4, पिलानी में दो, बीकानेर में 2़ 4, चित्तौड़गढ़ में 3़ 1, पाली, टोंक एवं बूंदी में 3़ 4, धौलपुर में
3़ 6, उदयपुर एवं कुंभलगढ़ में 3़ 7, अजमेर में 3़ 9, हनुमानगढ़ एवं जालोर में 4़ 4, कोटा में चार एवं गंगानगर में 4़ 5 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान रिकॉर्ड किया गया। इसके अलावा जोधपुर में 6़ 2 एवं जैसलमेर में सात डिग्री सिल्सियस न्यूनतम तापमान रहा।
राज्य में सबसे कम अधिकतम तापमान 15़ 2 डिग्री सेल्सियस चुरु में दर्ज किया जो सामान्य से सात डिग्री कम रहा जबकि सबसे ज्यादा अधिकतम तापमान 23़ 2 डिग्री सेल्सियस बाड़मेर में दर्ज किया गया जो सामान्य से दो डिग्री कम रहा। तेज ठंड के साथ सुबह सीकर, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर सहित कई जिलों में कोहरा छाये रहने से भी परेशानी का सामना करना पड़ा। प्रदेश में कड़ाके ठंड के मद्देनजर जयपुर में स्कूलों में छुट्टियां दो-तीन दिन और बढ़ा दी गई हैं। कड़ाके की ठंड का एक-दो दिन और असर बना रहने एवं इसके बाद इसमें थोड़ी राहत मिलने की संभावना बताई जा रही है।
कश्मीर घाटी में कड़ाके की ठंड का कहर जारी है। श्रीनगर में गुरुवार को न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे 6.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया जो इस मौसम की सबसे सर्द रात थी। मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने यह जानकारी दी।
मौसम विभाग ने बताया कि श्रीनगर में आज न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे 6.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि पिछली रात यह तापमान शून्य से नीचे 5.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था, जो इस मौसम के सामान्य से 4.3 डिग्री सेल्सियस कम रहा।
स्वतंत्र मौसम पर्यवेक्षक फैजान आरिफ ने यूनीवार्ता को बताया कि जनवरी के महीने में पिछले पांच वर्षों के दौरान श्रीनगर में यह दूसरा सबसे कम तापमान दर्ज किया था। उन्होंने बताया कि श्रीनगर में 25 दिसंबर को तापमान न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे 5.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था।
आईएमडी ने बताया कि डल झील के प्रमुख हिस्से और अन्य जलाश्य आज बर्फ की परत से ढके रहे। कुपवाड़ा में मौसम का सबसे कम न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे 6.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि पिछली रात तापमान शून्य से नीचे 6.0 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था। जो इस मौसम का सामान्य से 3.7 डिग्री सेल्सिय से कम रहा।
दक्षिण कश्मीर में पहलगाम का पर्यटक स्थल सबसे ठंडा स्थान रहा, जहां तापमान में मामूली सुधार के बावजूद आज तापमान शून्य से नीचे 9.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जिसमें पिछले दिन के तापमान में मामलू सुधार देखा गया।
मौसम विभाग ने बताया कि उत्तरी कश्मीर के गुलमर्ग में आज न्यूनतम तापमान शून्य स नीचे 7.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि एक दिन पहले यह शून्य से नीचे 8.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था।
उन्होंने बताया कि कश्मीर घाटी के छिटपुट स्थानों पर सात जनवरी की रात को हल्की बर्फबारी होने के आसार हैं और जम्मू के कई मैदानी इलाकों में बारिश हो सकती है।