पीएमश्री विद्यालयों एवं व्यावसायिक शिक्षा संचालित विद्यालयों में कौशल विकास बाल मेले का आयोजन

जालोर  । राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद्, जयपुर के दिशा-निर्देशानुसार पीएमश्री उच्च माध्यमिक विद्यालयों के कक्षा 6 से 8 के विद्यार्थियों को व्यावसायिक शिक्षा का महत्व, उपयोगिता, रोजगार के अवसरों की उपलब्धता आदि की जानकारी विषय विशेषज्ञो द्वारा प्रदान करने तथा व्यावसायिक शिक्षा के अध्ययन के लिए प्र्रोत्साहित करने के लिए एक्सपोजर के कौशल विकास बाल …

Update: 2024-02-01 07:57 GMT

जालोर । राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद्, जयपुर के दिशा-निर्देशानुसार पीएमश्री उच्च माध्यमिक विद्यालयों के कक्षा 6 से 8 के विद्यार्थियों को व्यावसायिक शिक्षा का महत्व, उपयोगिता, रोजगार के अवसरों की उपलब्धता आदि की जानकारी विषय विशेषज्ञो द्वारा प्रदान करने तथा व्यावसायिक शिक्षा के अध्ययन के लिए प्र्रोत्साहित करने के लिए एक्सपोजर के कौशल विकास बाल मेले का आयोजन 3 फरवरी को किया जायेगा।कार्यक्रम अधिकारी एवं प्रभारी पीएमश्री देवेशसिंह दुआ ने बताया कि जालोर एवं सांचौर जिले के 10 पीएमश्री विद्यालयों, राउमावि भंवरानी (आहोर), राउमावि बागरा (जालोर), राउमावि नरसाणा (बागोड़ा), राउमावि जुंजाणी (भीनमाल), राउमावि जसवन्तपुरा (जसवन्तपुरा), राउमावि दांतवाड़ा (रानीवाड़ा), राउमावि अरणाय (सांचौर), राउमावि सरनाऊ (सरनाऊ), राउमावि चितलवाना (चितलवाना) एवं राउमावि मेंगलवा (सायला) तथा जिले में व्यावसायिक शिक्षा संचालित समस्त

राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालयों में अध्ययनरत कक्षा-6 से 8 के विद्यार्थियों को व्यावसायिक शिक्षा अध्ययन की अभिरूचि व विषय का चयन बोध विकसित करने, विद्यार्थियों को श्रम की महŸा, स्थानीय कलाओं और कारीगरी सहित विभिन्न व्यवसायों के महत्व से परिचित कराने तथा अनुभव प्रदान करने, कौशल विकास एवं कौशल के क्षेत्रों में रोजगार के अवसरों की जानकारी प्रदान करने, स्वरोजगार की भावना विकसित करने तथा व्यावसायिक शिक्षा योजना के प्रचार-प्रसार एवं विद्यार्थियों द्वारा कक्षा-कक्ष में प्राप्त सैद्धान्तिक ज्ञान व कौशल को व्यवहारिक व वास्तविक वातावरण में समाहित करने, विद्यार्थियों में सम्बन्धित सेक्टर की समझ में अभिवृद्धि करने, रोजगार की सम्भावनाओं में वृद्धि तथा रोजगार चयन में सहायता प्रदान करने उद्देश्य से इस कौशल विकास बाल मेले का आयोजन किया जा रहा है।

कार्यक्रम अधिकारी एवं व्यावसायिक शिक्षा प्रभारी केवाराम ने बताया कि कौशल विकास बाल मेले में सेक्टर से संबधित विशेषज्ञों, स्थानीय कारीगरों/आर्टीजन जैसे-टू-व्हीलर मैकेनिक, बढ़ई, हस्तकला कारीगर, मिट्टी के सामान यथा बर्तन, खिलौने आदि बनाने वाले कारीगर, पार्लर/सैलून, कुशल टेलर, सूक्ष्म सिंचाई से संबंधित कृषि विशेषज्ञ आदि को इन विद्यालयों में आमंत्रित करने तथा प्रदर्शनी के माध्यम से विद्यार्थियों में कौशल विकसित करने के लिए जिला स्तर से संबंधित विद्यालयों को निर्देशित किया गया हैं।

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