नई दिल्ली: संसद के शीतकालीन सत्र का आज दूसरा दिन है. पहला दिन हंगामेदार रहा था. विपक्ष के हंगामे के बीच ही कृषि कानूनों की वापसी का बिल लोकसभा और राज्यसभा से पास हो गया. दूसरे दिन भी हंगामे के आसार हैं और वो इसलिए क्योंकि राज्यसभा से 12 सांसदों को निलंबित कर दिया गया है. सांसदों के निलंबन पर विपक्ष लामबंद हो गया है. कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने बैठक बुलाई है, जिसमें 14 पार्टियों के नेता शामिल हुए हैं.
सांसदों के निलंबन पर विपक्ष ने एक संयुक्त बयान जारी किया है. इसमें कहा गया है कि ये निलंबन राज्यसभा की प्रक्रिया और कार्य संचालन के नियमों का उल्लंघन करता है.
कांग्रेस सांसद अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि राज्यसभा से 12 सांसदों को निलंबित करने से बीजेपी मेजोरिटी में आ गई है. इससे वो राज्यसभा में आसानी से बिल पास करवा सकती है. उन्होंने कहा कि संसदीय लोकतंत्र के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ. सिंघवी ने कहा कि ये पूरी तरह से अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक कदम है.
लोकसभा में आज हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट जज (वेतन और सेवाओं की शर्तें) संशोधन विधेयक 2012 पेश होगा. इसके अलावा सहायक प्रजनन प्रौद्योगिकी (विनियमन विधेयक) भी सदन के पटल पर रखा जाएगा. उधर, राज्यसभा में बांध सुरक्षा बिल पेश किया जाएगा.
पहला दिन हंगामे की भेंट चढ़ गया. लोकसभा और राज्यसभा दोनों ही सदनों में सिर्फ कृषि कानूनों की वापसी का बिल पास हो पाया. विपक्ष कानून वापसी के बिल पर चर्चा की मांग पर अड़ा था, लेकिन सरकार चर्चा करने को तैयार नहीं हुई. हंगामे के चलते दो बार दोनों सदनों की कार्यवाही को भी स्थगित करना पड़ गया था. शाम होते-होते तक राज्यसभा से 12 सांसदों को पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया था. सांसदों को मॉनसून सत्र के दौरान 11 अगस्त को राज्यसभा में हंगामा करने पर निलंबित किया गया है.