बेंगलुरु: बेंगलुरु में विपक्षी दलों की बैठक मंगलवार को दूसरे दिन भी जारी है। कांग्रेस 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले देश को एक मजबूत संदेश देने की उम्मीद कर रही है। यह बैठक इसलिए महत्वपूर्ण हो गई है क्योंकि इस बैठक में भाजपा की विचारधारा का विरोध करने वाले प्रमुख राजनेता और विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हैं।
सूत्रों ने बताया कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) को भारतीय राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (इंडिया) में बदला जाएगा। एआईसीसी महासचिव केसी वेणुगोपाल ने यूपीए गठबंधन का नाम बदलने का संकेत दिया था। बैठक में देशभर से 26 राजनीतिक दलों के नेता हिस्सा ले रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बैठक में राकांपा संस्थापक और पूर्व मुख्यमंत्री शरद पवार, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी, बिहार सीएम नीतीश कुमार, दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल, पंजाब सीएम भगवंत मान, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, शिवसेना-यूबीटी प्रमुख और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती, राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव, समाजवादी पार्टी प्रमुख और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव, सीपीआई-एम नेता सीताराम येचुरी और अन्य लोग हिस्सा ले रहे हैं।
बैठक में सोनिया गांधी, राहुल गांधी और एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी शामिल हो रहे हैं। होटल ताज वेस्ट एंड में आयोजित मीटिंग हॉल में प्रवेश करने से पहले नेताओं ने एकजुटता का प्रदर्शन किया और मीडियाकर्मियों की तरफ हाथ हिलाया। केरल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी के निधन के कारण निर्धारित बैठक में देरी हुई।