मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चेबंदी में जुटे विपक्षी मुख्यमंत्री, क्या प्लानिंग कर रहीं ममता बनर्जी?
नई दिल्ली: बंगाल में भाजपा को विधानसभा चुनाव में सीधे मुकाबले में हराने के बाद से विपक्ष का चेहरा बनीं ममता बनर्जी नई तैयारियों में जुट गई हैं। वह देश भर में विपक्षी मुख्यमंत्रियों का एक साझा मोर्चा बनाने की तैयारी कर रही हैं। तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने रविवार रात को इस बात की जानकारी दी। स्टालिन ने ट्वीट किया, 'ममता बनर्जी ने मुझसे फोन पर बात की और इस बात पर दुख जताया कि कैसे गवर्नर राज्यों में अपने अधिकारों का बेजा इस्तेमाल कर रहे हैं और संवैधानिक मर्यादा को लांघने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने विपक्षी मुख्यमंत्रियों की एक मीटिंग का सुझाव दिया है। मैंने उन्हें भरोसा दिलाया है कि डीएमके राज्यों की स्वायत्ता के मामले में साथ है।'
यही नहीं एमके स्टालिन ने ट्वीट कर यह भी बताया कि दिल्ली में जल्दी ही गैर-भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की एक बैठक होगी। यही नहीं तेलंगाना के चीफ मिनिस्टर के. चंद्रशेखर राव ने भी बताया कि वह जल्दी ही महाराष्ट्र जाने वाले हैं और अपने समकक्ष उद्धव ठाकरे से मुलाकात करेंगे। इसके अलावा बंगाल की सीएम ममता बनर्जी हैदाराबाद आएंगी, जहां उनसे उनकी मुलाकात होगी। हैदराबाद के प्रगति भवन में मीडिया से बात करते हुए केसीआर ने कहा कि वह जल्दी ही महाराष्ट्र जाएंगे। इसके अलावा ममता बनर्जी हैदाराबाद उनसे मुलाकात के लिए आएंगी।
केसीआर ने खुलकर यह नहीं कहा कि भाजपा के खिलाफ किसी भी तरह का मोर्चा बनाने का प्रयास किया जा रहा है। लेकिन यह जरूर कहा कि यदि भाजपा के खिलाफ कोई मोर्चा बनता है तो वह उसका अहम हिस्सा होंगे। केसीआर ने कहा, 'ममता बहन ने मुझसे बात की है। उन्होंने मुझे बंगाल आने का न्योता दिया या फिर कहा कि मैं ही हैदराबाद आती हूं। उन्होंने कहा कि मुझे डोसा खिलाओ। मैंने कहा कि आपका स्वागत है। वह किसी भी समय आ सकती हैं। हमारी बात चल रही है। देश भर में कई ऐसे नेता हैं।' उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे भी इंतजार कर रहे हैं। वह मेरा इंतजार कर रहे हैं। मुझे मुंबई जाना है। एक बार श्री रामानुजाचार्य जी का कार्यक्रम समाप्त हो जाए तो फिर मैं मुंबई जाऊंगा।
गौरतलब है कि ममता बनर्जी बीते कई महीनों से भाजपा पर देश भर में जाकर हमले बोल रही हैं। हाल ही में उन्होंने कहा था कि भाजपा को 2024 में हराना मुश्किल नहीं है, लेकिन इसके लिए लोगों को एकजुट होना होगा। ममता बनर्जी ने कहा था, 'मैं चाहती हूं कि सभी क्षेत्रीय दल एकजुट हों, लड़ें और भाजपा को 2024 में हराएं।' यही नहीं हाल ही में वह यूपी में अखिलेश यादव के लिए प्रचार करने भी पहुंची थीं।