शिवसेना और ठाकरे को अलग करना चाहते हैं विरोधी : उद्धव ठाकरे

Update: 2022-07-25 02:15 GMT

मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री की कुर्सी गंवा चुके शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने एक बार फिर अपने विरोधियों पर निशाना साधा है. शिवसेना सांसद संजय राउत ने पार्टी के मुखपत्र सामना के लिए उद्धव ठाकरे का इंटरव्यू लिया. उद्धव ने कहा कि जब उनकी तबीयत खराब थी तो बड़ी संख्या में लोग उनके ठीक होने के लिए प्रार्थना और अभिषेक कर रहे थे. लेकिन कुछ लोग ऐसे भी थे, जो ठीक इसके विपरीत कामना कर रहे थे.

इंटरव्यू में उद्धव ने आगे कहा कि उनके विरोधी शिवसेना और ठाकरे को अलग करना चाहते हैं. उन लोगों ने शिवसेना प्रमुख के पद पर नजर गड़ा रखी है. वे बालासाहेब की जगह लेना चाहते हैं. वे खुद की तुलना उनसे कर रहे हैं. एक बार फिर हिंदुत्व पर बात करते हुए उद्धव ने कहा कि हमारे घर में हिंदुत्व का आशीर्वाद है. वे (भाजपा) नीतीश कुमार के साथ (बिहार में) बैठे हैं. क्या वह (नीतीश) हिंदुत्ववादी हैं?

उद्धव ने आगे कहा कि अगर हमने कुछ गलत किया है या उन्होंने कोई अपराध किया है. यह तो जनता ही बताएगी. विरोधियों में हिम्मत नहीं है. वे धोखेबाज और नपुंसक हैं. उन्होंने कहा कि वे (राणे और भुजबल) जिनके कपड़ों पर दगाबाजी की मुहर लगी हुई है, वो कभी गायब नहीं होगी. शिवसेना प्रमुख ने कहा कि अब समय आ गया है कि एक बार फिर से काम पर लगा जाए. उन्होंने अपने समर्थकों से कहा कि आम लोग मिलकर नई शुरुआत करते हैं. शिवसेना से बगावत के बाद महाराष्ट्र के सीएम बने एकनाथ शिंदे ने हाल ही में सफाई दी थी. उन्होंने अपने 50 विधायकों से कहा था कि वह अकेले सीएम नहीं हैं. उनके सभी विधायक भी सीएम हैं. उन्होंने कहा था, 'मैंने बालासाहेब का आशीर्वाद लेकर राज्य में सरकार बनाई है. यह पहले नहीं किया जा सकता था लेकिन अब हमने सुधार कर लिया है. उन्होंने कहा कि शीर्ष पदों पर बैठे बहुत से लोग यह सोचने लगे थे कि वे ही शीर्ष पदों के लिए बने हैं. आज लोगों ने देखा है कि कैसे एक आम आदमी भी मुख्यमंत्री बन सकता है.मेरे पास बड़ा काम था इसलिए कई दिन नींद नहीं आई'.

बता दें कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना के अंदर बड़ी टूट हुई थी. शिंदे के साथ कई विधायक गुवाहाटी चले गए थे. बाद में सभी महाराष्ट्र की विधानसभा में बहुमत साबित कर उद्धव सरकार गिराने वाले थे, लेकिन उनसे एक दिन पहले ही उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दे दिया था, जिसके बाद एकनाथ शिंदे के साथ आए विधायकों ने भाजपा के साथ मिलकर महाराष्ट्र में नई सरकार बना ली है.

Tags:    

Similar News

-->