नई दिल्ली: दिल्ली में शराब घोटाले की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच तल्खी भी उतनी ज्यादा ही बढ़ती जा रही है. अब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दावा कर दिया है कि राजधानी में बीजेपी का ऑपरेशन लोटस फेल हो गया है. साफ कहा गया है कि दिल्ली में उनकी सरकार को गिराने की साजिश की गई थी.
अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर लिखा है कि दिल्ली में ऑपरेशन लोटस फेल. इसका मतलब CBI ED रेड का शराब नीति और भ्रष्टाचार से कोई लेना देना नहीं? ये रेड केवल दिल्ली में "आप" की सरकार गिराने के लिए की गयीं? जैसे इन्होंने दूसरे राज्यों में किया है. अब सीएम का ये बयान इसलिए मायने रखता है क्योंकि सोमवार को सबसे पहले मनीष सिसोदिया ने एक बड़ा आरोप लगा दिया था. उन्होंने कहा था कि उन्हें बीजेपी की तरफ से सीएम पद ऑफर हुआ. यहां तक कहा गया कि अगर पार्टी को तोड़ दिया गया तो उन पर लगे सभी आरोप वापस ले लिए जाएंगे.
इस बारे में सिसोदिया ने लिखा था कि मेरे पास भाजपा का संदेश आया है- "आप" तोड़कर भाजपा में आ जाओ, सारे CBI ED के केस बंद करवा देंगे. मेरा भाजपा को जवाब- मैं महाराणा प्रताप का वंशज हूं, राजपूत हूं. सर कटा लूंगा, लेकिन भ्रष्टाचारियों-षड्यंत्रकारियों के सामने झुकूंगा नहीं. मेरे ख़िलाफ़ सारे केस झूठे हैं, जो करना है कर लो.
वैसे जानकारी के लिए बता दें कि अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया आज गुजरात दौरे पर हैं. गुजरात की धरती से ही बीजेपी पर लगातार हमला किया जा रहा है. शराब घोटाले पर भी बात हो रही है और बीजेपी के भ्रष्टाचार पर भी जोर दिया जा रहा है. लोगों से बात करते हुए केजरीवाल ने कहा है कि हम गुजरात में नशाबंदी की पॉलिसी लागू रखेंगे लेकिन गैर कानूनी शराब का धंधा नहीं करेंगे. 850 शराब दुकानें खुलनी थीं, 500 दुकानें नहीं खुल पाईं, केंद्र के दबाव से ऑफिसर्स ने नीलामी के लिए मना कर दिया. हमारे पास ऑप्शन नहीं था. इसीलिए हम पुरानी पॉलिसी पर चले गए. पुरानी पॉलिसी में 100 खामियां हैं, लेकिन गुजरात की तरह वहां नकली दारू तो नहीं बिक रही.