जयपुर। राज्य के 20 हजार निर्माण श्रमिकों को जीवन स्तर, कार्यकुशलता और निर्माण श्रमिकों की गुणवत्ता में सुधार के लिए ऑन-साइट कौशल प्रशिक्षण दिया जाएगा। साथ ही निर्माण श्रमिकों को 3 वर्ष का प्रशिक्षण उपरांत 2 लाख रुपये का निःशुल्क दुर्घटना बीमा भी प्रदान किया जायेगा।राजस्थान आवास बोर्ड अगले दो वर्षों में केंद्रीय एजेंसी नेशनल रियल एस्टेट डेवलपमेंट काउंसिल (NAREDCO) के सहयोग से 'निपुन' कार्यक्रम के तहत निर्माण श्रमिकों को प्रशिक्षण प्रदान करेगा। इसके लिए दोनों संस्थाओं ने मंगलवार को एक अहम एमओयू साइन किया।हाउसिंग बोर्ड के मुख्यालय में एमओयू के दौरान नारेडको के उपाध्यक्ष अशोक पाटनी, उप निदेशक नीलाभ गंगवार और हाउसिंग बोर्ड के आयुक्त पवन अरोड़ा, सचिव अल्पा चौधरी मौजूद थे. नारेडको के उपाध्यक्ष अशोक पाटनी ने बताया कि परिषद ने इस प्रशिक्षण के लिए राजस्थान हाउसिंग बोर्ड को नोडल एजेंसी बनाया है।
इसके बाद राज्य के अन्य संस्थानों को जोड़ा जाएगा। निपुण' के तहत दिए जा रहे अन्य लाभों को भी पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से विस्तार से बताया गया। हाउसिंग बोर्ड कमिश्नर पवन अरोड़ा ने बताया कि इनोवेशन की श्रंखला में हाउसिंग बोर्ड देश की पहली ऐसी संस्था बन जाएगी जो नारेडको के सहयोग से सरकारी, गैर सरकारी, दिहाड़ी मजदूरों, बिल्डरों के निर्माण श्रमिकों को पेशेवर तरीके से प्रशिक्षित करेगी। यह प्रशिक्षण चल रहे कार्य के दौरान ही साइट पर दिया जाएगा, जिससे निर्माण कार्य बाधित नहीं होगा। पवन अरोड़ा ने बताया कि प्रशिक्षण के अंत में नारेडको द्वारा श्रमिकों को प्रमाण पत्र एवं 500 रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जायेगी. इसमें बोर्ड पर किसी तरह का आर्थिक बोझ नहीं पड़ेगा।इस प्रशिक्षण की सबसे खासबात यह है कि प्रशिक्षण लेने के बाद कर्मचारी अकुशल से कुशल की ओर बढ़ सकेंगे. जिससे उनका मानदेय भी बढ़ेगा। आयुक्त ने कहा कि अब तक उपेक्षित श्रमिक वर्ग की ओर ज्यादा ध्यान नहीं दिया गया। उनकी सुविधा और सुरक्षा के लिए कोई खास इंतजाम नहीं किए गए।