OMG! इस स्वास्थ्य केंद्र में नहीं है डॉक्टर और नर्स, दवाइयों के बदले मिला मवेशी और भूसा, जाने कहां?
यहां पर गोबर के उपले, भूसा और मवेशियों के साथ-साथ सूअर का भी आशियाना है.
बिहार के लगभग जितने भी उप स्वास्थ्य केंद्र हैं उनकी हालत एक ही जैसी है. ऐसे अधिकतर स्वास्थ्य केंद्रों पर डॉक्टर, नर्स और दवाइयों के बदले मवेशी और भूसा मिलता है. हालांकि, सहरसा जिले में एक उप स्वास्थ्य केंद्र ऐसा भी है जहां पर मवेशियों के साथ-साथ सूअर भी मिलते हैं. यह स्वास्थ्य केंद्र सहरसा बनमा इटहरी प्रखंड में मौजूद है. जिसकी हालत पिछले 10 सालों से बदहाल है और हालात इतने बुरे हैं कि यहां पर गोबर के उपले, भूसा और मवेशियों के साथ-साथ सूअर का भी आशियाना है.
बनमा इटहरी प्रखंड के सुगमा गांव स्थित यह स्वास्थ्य केंद्र, लाखों रुपए की लागत से 90 के दशक यानी लालू राबड़ी शासन काल में बनकर तैयार हुआ था. मगर यह पिछले कई सालों से बंद पड़ा है. इस स्वास्थ्य केंद्र की हालत बेहद खराब हो चुकी है. असामाजिक तत्वों ने इस स्वास्थ्य केंद्र के दरवाजे और खिड़कियां भी निकाल लिए हैं.
स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने कई बार जिलाधिकारी, सिविल सर्जन समेत बड़े अधिकारियों को इस स्वास्थ्य केंद्र के बदहाली के बारे में जानकारी दी और इसे फिर से शुरू करने का आग्रह किया. लेकिन इस स्वास्थ्य केंद्र के जीर्णोद्धार के लिए अब तक कोई कदम नहीं उठाया गया है.
इस इलाके की आबादी लगभग 30,000 की है मगर स्वास्थ्य केंद्र के बंद रहने के कारण यहां के लोगों को इलाज के लिए दूसरी जगह जाना पड़ता है. स्थानीय लोगों का कहना है कि बहुत साल पहले यहां पर डॉक्टर और नर्स हुआ करते थे मगर पिछले कई सालों से यह स्वास्थ्य केंद्र जर्जर हो चुका है.