बहन की डिलीवरी का बहाना बनाकर बुक किए ओला कार, लूटने के आरोपी में चढ़े पुलिस के हत्थे
यूपी। बहन की डिलीवरी का बहाना बनाकर एक दिन पहले वाराणसी कैंट से ओला कार बुक कराकर तीन युवक गाजीपुर के लिए चले और रास्ते में सैदपुर के पास ड्राइवर को आतंकित कर कार को लूटकर चलते. इसकी जानकारी पुलिस को मिली तो पुलिस बिना मौका गंवाए इस मामले की तफ्तीश में जुट गई और 12 घंटे के अंदर ही इस पूरे मामले का खुलासा कर घटना में शामिल चार अपराधियों को गिरफ्तार कर मीडिया के सामने पेश किया.
कैसे दिया लूट को अंजाम
पुलिस अधीक्षक कार्यालय में मुंह छुपाए अपराधी चार पहिया वाहन लुटेरे हैं. जिन्होंने 1 दिन पहले वाराणसी के कैंट से ओला कार अपनी बहन की डिलीवरी के लिए तत्काल पहुंचने की बात कहकर बुक कराए थे. ओला चालक वाहन को एप से बुक कराने के बजाए डायरेक्ट बुक कर इन लोगों के साथ चल दिया. जैसे ही सैदपुर के क्षेत्र में ये लोग पहुंचे वहां इन लोगों ने अपने साथ लिए मफलर से ड्राइवर का गला पकड़ लिया.
चारो को पुलिस ने किया गिरफ्तार
ड्राइवर ने किसी तरह से अपने आप को छुड़ाकर बाहर से बाहर हो गया और यह चारों अपराधी जुगेश कुमार, राहुल यादव, अरमान और अजय कुमार इस कार को लेकर भाग गए. इसके बाद ड्राइवर सैदपुर थाने पहुंचा और घटना की जानकारी दिया. पुलिस मुकदमा दर्ज कर इस मामले के खुलासे में लग गई और एसओजी की टीम ने इन चारों अपराधियों को पकड़कर लूटी हुई कार, मोबाइल के साथ तमंचा और जिंदा कारतूस बरामद किया है. गिरफ्तार अपराधियों में राहुल यादव पर चार मुकदमे, योगेश कुमार पर तीन मुकदमा, अरमान निवासी सैदपुर पर 8 मुकदमे के साथ ही अजय कुमार पर कुल 2 मुकदमे दर्ज हैं. पुलिस ने इस कामयाबी के लिए 10000 रुपये इनाम की घोषणा की है.
12 घंटे के अंदर सभी पकड़े गए
पुलिस अधीक्षक गाजीपुर राम बदन सिंह ने बताया कि रात में थाने में सूचना मिली जिसमें ज्ञानेंद्र नाम के व्यक्ति ने बताया कि मेरी गाड़ी ओला में चलती है. चार लडकों ने ऑफलाइन बुक करके मेरा मोबाईल फोन और गाडी लूट लिया है. सूचना पर तुरंत ही हमारी पुलिस सक्रिय हुई और 12 घंटे के अंदर ही इन सारे अभियुक्तों को पकड़ लिया. उनसे लूट की गाड़ी और सामान बरामद कर लिया गया है. पकडे गए आरोपियों में से दो का पहले से ही क्रिमिनल रिकॉर्ड हैऔर बाकी नए हैं.