बाप रे! एक घर में 12 घंटे के भीतर दो लोगों ने किया सुसाइड, इलाके में हड़कंप

पुलिस ने दोनों शवों का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया।

Update: 2024-05-01 06:38 GMT

सांकेतिक तस्वीर

रांची: झारखंड के रांची से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। एक घर में 12 घंटे के भीतर दो लोगों ने सुसाइड कर लिया। जानकारी के मुताबिक, छोटा मुरी बाजार की रहने वाली शिक्षिका संध्या देवी (25 साल) ने 29 अप्रैल की दोपहर अपने घर में फांसी लगा ली। घटना से आहत 27 वर्षीय पति मुकुंद शर्मा ने भी 12 घंटे बाद अपने कमरे में फांसी लगाकर जान दे दी।
घटना के संबंध संध्या की देवरानी पूनम देवी ने बताया कि सोमवार को दोपहर में खाना खाने के बाद वह रूम से बाहर नहीं निकलीं। मैंने जब कमरे में जाकर देखा तो वह पंखे में साड़ी के सहारे झूल रही थीं। इसके बाद पड़ोसियों के सहयोग से उन्हें उतारा गया और उनके पति मुकुंद शर्मा को सूचना दी गई। मुकुंद किसी काम से घर से बाहर निकले हुए थे। वहीं घटना की जानकारी मिलने पर मुकुंद शर्मा के ससुराल वाले देर शाम मुरी पहुंचे और दामाद पर अपनी बेटी की मारने का आरोप लगाते हुए मुरी पुलिस से शिकायत की।
मुरी पुलिस पूछताछ के लिए मुकुंद शर्मा को मुरी ओपी ले गई, जहां देर रात पूछताछ के बाद उसे घर भेज दिया। इसके बाद रात में वह अपने कमरे में सोने चले गए। सुबह जब काफी देर तक कमरे से नहीं निकले तो पूनम ने खिड़की से देखा तो उन्होंने अपने कमरे में फांसी लगा ली थी। वहीं मुरी पुलिस ने बताया कि देर शाम उसे पूछताछ के लिए थाना बुलाया गया था, परंतु देर रात परिजन थाना से उसे घर ले गए थे।
स्थानीय लोगों ने बताया कि मुकुंद शर्मा की पत्नी उसकी कोई बात नहीं मानती थी, इससे मुकुंद शर्मा हमेशा परेशान रहता था। संध्या कुमारी क्षेत्र के एक प्राइवेट स्कूल में शिक्षिका के रूप में कार्यरत थी। हालांकि दोनों की आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया। पुलिस ने दोनों शवों का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया।
मंगलवार की शाम दोनों के शव का स्वर्णरेखा नदी पर पुत्र आर्यन ने अंतिम संस्कार किया जिसे देखकर मौके पर मौजूद सभी की आंखें नम हो गई। दो साल पहले संध्या देवी अपना सामान लेकर पति मुकुंद शर्मा से रांची में अलग रह रही थी। फिर दोनों के बीच सहमति बनी और दोनों मुरी में आकर रहने लगे। सोमवार को किसी बात को लेकर संध्या देवी आत्महत्या कर ली और इसकी भनक घरों के सदस्यों को भी नहीं लगी।
मुकुंद शर्मा के दोस्तों ने बताया कि वह काफी मिलनसार था। हालांकि वह अपने परिवार को लेकर काफी चिंतित रहता था और परिवार के पालन-पोषण के लिए ऑटो खरीदकर चलाया करता था। वहीं पांच साल के पुत्र आर्यन गुप्ता उर्फ गोलू घटना से अनभिज्ञ है। वह घर पहुंच रही भीड़ को देखकर कह रहा था कि पापा काम पर गए हैं और मम्मी स्कूल गई हैं।
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