पिता को सुसाइड नोट भेजकर नर्स बेटी ने की खुदकुशी, जहर खाकर दे दी जान
जांच में जुटी पुलिस
हिसार। धान्सू के स्वास्थ्य केंद्र में जीएनएम के पद पर कार्यरत और रोहनात गांव निवासी 26 वर्षीय एक महिला ने अपनी साढ़े चार साल की बेटी सहित जहर निगल आत्महत्या (Suicide) कर ली. मामले की सूचना मिलने पर बवानीखेड़ा थाना पुलिस ने दोनों मृतकों के शव (Dead Body) को हिसार शहर के सिविल अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस भिजवाया. जहां पोस्टमार्टम करवा कर शव स्वजनों को सौंप दिए. मामले में मृतका के पिता मुख्यत: गांव बुगाना निवासी और हाल माल कॉलोनी निवासी हरियाणा रोडवेज में ड्राइवर के पद पर तैनात धर्मबीर ने बताया उसने अपनी बेटी रवीना की शादी 29 मार्च 2015 में रोहनात गांव निवासी अनीश से की थी. लेकिन शादी के बाद से रवीना को ससुराल में कभी दहेज के लिए तो कभी अन्य बातों के लिए प्रताड़ित किया जाता था. करीब पांच पंचायतें हो चुकी थी.
6 जून को रवीना उनके पास से ठीक-ठाक अपनी ससुराल रोहनात गई थी. धर्मबीर ने बताया कि बुधवार रात को 11.30 बजे छोटे भाई सुरेंद्र ने वाट्सएप पर रवीना के स्टेट्स में वीडियो देखा. इस वीडियो में रवीना अपनी प्रताड़ना जाहिर कर रही थी और दुनिया छोड़कर जाने की बात कह रही थी. मृतका के पिता ने बताया उसके छोटे भाई सुरेंद्र ने उन्हें फोन कर इस बात की जानकारी दी. इसके बाद उन्होंने अपने दामाद को फोन लगाया. लेकिन फोन उठाकर दामाद ने बात नहीं कीं.
इसके बाद दामाद का फोन आया, जिसने बताया कि उनकी बेटी और नातिन ने जहर निगल लिया है. वहां पहुंचा तो उसकी बेटी और नातिन को बवानीखेड़ा अस्पताल में ले जाया गया. वहां से उन्हें हिसार शहर के दो निजी अस्पतालों में दाखिल करवाया गया. जहां दोनों ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया. पुलिस ने सूचना मिलने पर दोनों शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया.
मृतका के पिता ने बताया उसकी बेटी ने उसके पास दो पेज का सुसाइड नोट और वीडियो फोन पर भेजा था. जिसमें उसने अपने पति अनीश, सास प्रेमा देवी, ससुर राजेंद्र, जेठ सोनू, जेठानी दर्शना और दो ननंद को उसकी मौत का जिम्मेदार ठहराया है. बवानीखेड़ा पुलिस ने शिकायत पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज कर लिया है. मृतका के पिता धर्मबीर ने बताया उसकी बेटी ने बुधवार रात 10.50 पर उसके वाट्सएप पर वीडियो और सुसाइड नोट भेजा थे. लेकिन वह सो गया था. उसके छोटे भाई सुरेंद्र ने जब रवीना के स्टेट्स को देखा तो उसे फोन किया. जिसके बाद रात 11.15 बजे उसने यह वीडियो और सुसाइड नोट देखा. इसके बाद वे उनके पास पहुंचे. जहां रवीना और उसकी बेटी जेस्वी अस्पताल में भर्ती थी.
दो पेज के सुसाइड नोट में मृतका ने एक रजिस्टर के पेज पर सबसे ऊपर लिखा है कि सॉरी एवरीवन, लेकिन सब कुछ खत्म हो गया. रवीना ने लिखा मेरी मौत के लिए मेरे अपने लोग जिम्मेदार है. इन लोगों ने मिलकर मुझे इस कदर तंग किया है कि मैं मरने को मजबूर हो गई. भगवान ऐसा परिवार किसी को ना दें. मेरी मौत के लिए मेरी सास, जेठ, जेठानी, दोनों ननंद व मेरा पति जिम्मेवार है. मां आपको मेरे साथ बोलना पसंद नहीं है ना, कोई ना. मैं हमेश के लिए चुप हो जाती हूं. पर हो सकें तो मेरे माता-पिता को इसका कारण बता देना कि मेरी क्या गलती थी जो आप हमेशा मुझसे नाराज रहते है.
मुझसे अब और सहन नहीं होता. मैं जा रही हूं. आप सब से दूर अपनी बेटी के साथ, हो सकें तो मेरे जाने के बाद एक बार प्यार से मेरे सिर पर हाथ रख देना, ताकि मरने के बाद मुझे शांति मिल सकें. मेरे लिए यह आपकी तरफ से मेरी जिंदगी का बहुत बड़ा उपहार होगा. अंत में लिखा है कि सॉरी, मां, पापा आपकी बेटी हार गई और ना चाहते हुए भी मौत को गले लगाना पड़ा. इस लाइफ के लिए थैंक्स, पर आपने मेरे लिए गलत फैमिली सिलेक्ट की, जिसकी कीमत मुझे जान देकर चुकानी पड़ रही है.