चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने नूंह हिंसा को एक बड़ी साजिश का हिस्सा बताते हुए मंगलवार को कहा कि वहां अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है। उन्होंने स्थिति की समीक्षा के लिए राज्य के गृह मंत्री अनिल विज और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक की।
मुस्लिम बहुल नूंह जिले में सोमवार को दो समूहों के बीच हिंसक झड़प हुई। पुलिस के अनुसार, झड़प तब शुरू हुई जब विश्व हिंदू परिषद की 'बृज मंडल जलाभिषेक यात्रा' को नूंह में खेड़ला मोड़ के पास कुछ युवाओं ने रोका और पथराव शुरू कर दिया। इस दौरान कुछ पुलिस वाहन क्षतिग्रस्त हो गये। मुख्यमंत्री ने कहा कि हिंसा एक बड़ी साजिश का हिस्सा लगती है।
उन्होंने कहा कि अब तक कुल पांच मौतों की सूचना मिली है, जिसमें 2 पुलिसकर्मी और तीन नागरिक हैं। घटना में शामिल नूंह के बाहर के लोगों की पहचान की जा रही है। उन्होंने कहा, "नूंह में जो घटना हुई वह दुर्भाग्यपूर्ण है, घटना सामने आते ही वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और प्रशासन को तुरंत भेजा गया। एक सामाजिक यात्रा हर साल निकलती है जिस पर कुछ लोगों ने हमला किया, पुलिस को भी निशाना बनाया गया।"
उन्होंने कहा, ''वाहनों को आग लगा दी गई और कुछ स्थानों पर आगजनी की घटनाएं हुईं। वर्तमान में, नूंह सहित हर जगह स्थिति सामान्य है।'' उन्होंने कहा कि कई एफआईआर दर्ज की गई हैं। अब तक कुल 70 लोगों को हिरासत में लिया गया है। राज्य में तनाव का माहौल देखते हुए नूंह और गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल और रेवाड़ी जिलों में लोगों के इकट्ठा होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया।
इसके साथ ही नूंह और फरीदाबाद में बुधवार तक मोबाइल इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं। अधिकारियों ने अगले आदेश तक सोहना, पटौदी और मानेसर में भी इंटरनेट निलंबित कर दिया। इससे पहले अनिल विज ने भी सांप्रदायिक झड़प के पीछे साजिश की आशंका जताई थी। गृह मंत्री ने मीडिया से कहा, "दोनों समुदाय लंबे समय से नूंह में शांतिपूर्वक रह रहे हैं। इसके पीछे एक साजिश है। जिस तरह से पत्थर, हथियार, गोलियां मिलीं, उससे लगता है कि इसके पीछे कोई मास्टरमाइंड है।"
उन्होंने कहा, "हम विस्तृत जांच करेंगे और मास्टरमाइंड के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे।" हालांकि, उन्होंने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है और हिंसा प्रभावित जिले में कर्फ्यू लगा दिया गया है। नूंह के उपायुक्त प्रशांत पंवार ने कहा कि अब तक किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। फ्लैग मार्च निकाले जा रहे हैं। पड़ोसी नूंह में हिंसा के मद्देनजर पुलिस ने झज्जर शहर में फ्लैग मार्च निकाला।
खबर है कि गुरुग्राम के सोहना रोड के पास भी स्थिति तनावपूर्ण है, जहां कथित तौर पर गाड़ियों में आग लगा दी गई है। केंद्र सरकार ने कानून व्यवस्था की स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की 20 कंपनियां तैनात की हैं। हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) ने अर्धसैनिक बलों की तैनाती के लिए केंद्र को पत्र लिखा था।
इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 6 अगस्त तक नूंह में सीएपीएफ की 20 कंपनियां तैनात की। इस दल में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की चार कंपनियां, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की दो, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की दो और रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) की 12 कंपनियां शामिल हैं।