अब ड्रोन से होगी कोरोना वैक्सीन की डिलीवरी, जानें सरकार की क्या है नई योजना
देशभर में कोरोना से स्थिति भयावह होती जा रही है।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क : देशभर में कोरोना से स्थिति भयावह होती जा रही है। अस्पतालों में गंभीर रूप से संक्रमित मरीजों की संख्या में बेतहाशा बढ़ोतरी हो रही। अस्पतालों में ऑक्सीजन को लेकर हाहाकार मचा है, तो किसी को अस्पताल में सिर्फ एक बिस्तर चाहिए। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में पिछले 24 घंटे में 3.15 लाख मामले सामने आए हैं, जो दुनिया में अबतक का सर्वाधिक आंकड़ा है। दैनिक मामलों के आधार पर भारत ने अमेरिका को भी पीछे छोड़ दिया है। ऐसे में सरकार कोविड-19 वैक्सीन लगवाने की रफ्तार बढ़ाने पर ध्यान दे रही है।
केंद्र सरकार ने कोरोना के टीकों की आपूर्ति ड्रोन से करने के लिए एक अध्ययन की अनुमति दे दी है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने गुरूवार को भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) को ड्रोन के जरिए वैक्सीन की आपूर्ति की संभावना तलाशने के लिए अध्ययन की इजाजत दी है।
आईसीएमआर यह अध्ययन भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) कानपुर के सहयोग से करेगा। आईसीएमआर को अध्ययन की यह छूट मानव रहित विमान प्रणाली नियम, 2021 के तहत शर्त के साथ दी गई है। ताकी वह वैक्सीन की डिलीवरी में ड्रोन के इस्तेमाल की संभावना तलाशने सके। यह छूट एक साल के लिए मान्य होगी या फिर अगले आदेश तक ही मान्य होगी।
देहरादून, हल्द्वानी, हरिद्वार और रुद्रपुर के नगर निगम को भी सशर्त ड्रोन के इस्तेमाल की छूट मिली है। इसके लिए ये सभी GIS आधारित डेटाबेस और इलेक्ट्रॉनिक टैक्स रिसीप्ट का डाटा तैयार कर रहे हैं। वहीं वेदांत लिमिटेड को भी ड्रोन के जरिए मैप और डेटा इकट्ठा करने के लिए सशर्त अनुमति मिली है।
भारत में बिगड़े हालात को देखते हुए सरकार ने 1 मई से 18 साल से ऊपर वाले सभी लोगों के लिए वैक्सीनेशन करने का फैसला लिया है। भारत में 1 मई से 18 साल से अधिक आयु वाले लोगों को भी कोरोना टीका लगेगा। इसके लिए शनिवार यानी 28 अप्रैल से CoWin प्लेटफॉर्म और आरोग्य सेतु एप पर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। कोरोना संक्रमण से 18 साल से लेकर 45 साल के लोगों को टीका उपलब्ध कराना सरकार के लिए बड़ी चुनौती है। फिलहाल 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का टीकाकरण अभियान जारी है।
बता दें कि देश में 16 जनवरी को स्वास्थ्यकर्मियों को टीका लगाने की शुरुआत हुई थी। इसके बाद 2 फरवरी को फ्रंट लाइन वर्कर और कर्मचारियों को वैक्सीन लगना शुरू हुआ। वहीं 1 मार्च से 60 साल से अधिक आयु वालों और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे 45 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों को टीका लगना शुरू हुआ है। और अब 1 मई से 18 साल के सभी लोगों को टीका लगाया जाएगा।