डीजीपी को नोटिस, राज्य मानवाधिकार आयोग ने मांगा जवाब, बीजेपी सांसद ने लगाया था ये आरोप

डीजीपी को 6 अप्रैल से पहले पेश होने के लिए कहा.

Update: 2021-02-24 06:57 GMT

मध्य प्रदेश के भोपाल से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने महाराष्ट्र पुलिस पर हिरासत में यातना का आरोप लगाया है। उनकी शिकायत पर महाराष्ट्र राज्य मानवाधिकार आयोग ने राज्य के डीजीपी को तलब किया है और आरोपों पर जवाब मांगा है। वर्ष 2018 में प्रज्ञा ठाकुर की तरफ से वकील आदित्य मिश्रा ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के समक्ष इसको लेकर शिकायत दर्ज कराई थी। अब महाराष्ट्र मानवाधिकार आयोग ने डीजीपी को 6 अप्रैल से पहले पेश होने के लिए कहा है।

प्रज्ञा सिंह ठाकुर अक्टूबर 2018 में एक न्यूज शो के दौरन यह आरोप लगाई थी। इसके तुरंत बाद वकील आदित्य मिश्रा ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने आगे की कार्यवाही के लिए MHRC को याचिका स्थानांतरित कर दिया। अब MHRC ने महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक को तलब किया है।
प्रज्ञा सिंह ठाकुर 2008 के मालेगांव विस्फोट मामले में आरोपी हैं। उन्होंने स्वास्थ्य और सुरक्षा के आधार पर अदालत में दैनिक उपस्थिति से छूट मांगी थी। आपको बता दें कि मालेगांव इस धमाके में छह लोग मारे गए थे। 100 से अधिक लोग घायल हो गए थे।
इससे पहले मुंबई में एनआईए की एक विशेष अदालत ने 2008 के मालेगांव विस्फोट मामले में भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर को अदालत में नियमित रूप से पेश होने से जनवरी में छूट दे दी। ठाकुर इस मामले के सात आरोपियों में एक हैं। राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण(एनआईए) इस मामले की जांच कर रहा है।
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