नोटिस भेजा गया: अखबार के संपादक और मालिक पर पुलिस का एक्शन, जानें पूरा मामला
मुख्यमंत्री को संभावित रूप से हटाने का संकेत देने वाला एक लेख प्रकाशित करने के लिए एफआईआर दर्ज की गई है।
राजकोट: गुजरात में राजकोट के एक संध्याकालीन अखबार 'सौराष्ट्र हेडलाइन' (Saurashtra Headline) के संपादक और मालिक पर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल को संभावित रूप से हटाने का संकेत देने वाला एक लेख प्रकाशित करने के लिए एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस ने दोनों आरोपियों को जांच में शामिल होने के लिए नोटिस भेजे हैं।
पुलिस के एक अधिकारी ने शनिवार को इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि एफआईआर दो दिन पहले भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 505(1-बी) (सरकार या सार्वजनिक शांति के खिलाफ अपराध के लिए किसी व्यक्ति को उकसाने वाली हरकत) और धारा 505 (2) (वैमनस्य, नफरत या दुर्भावना की भावना पैदा करने के इरादे से अफवाह या सनसनी फैलाने वाली रिपोर्ट प्रसारित या प्रकाशित करना) के तहत दर्ज की गई।
'सौराष्ट्र हेडलाइन' में प्रकाशित लेख में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के कामकाज से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के केंद्रीय नेतृत्व की नाराजगी का जिक्र करते हुए पटेल के खिलाफ यह संभावित कदम उठाए जाने का संकेत दिया गया था।
राजकोट सिटी ए-डिवीजन पुलिस थाना के इंस्पेक्टर सी.जी. जोशी ने कहा कि 'गुडबाय भूपेंद्रजी, वेलकम रुपाला' शीर्षक से एक लेख समाचार पत्र में 22 अगस्त को प्रकाशित किया गया था, जिसके बाद समाचार पत्र के संपादक अनिरुद्ध नाकुम और उनकी पत्नी के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज की गई। उन्होंने बताया कि लेख संपादक ने लिखा था, जबकि समाचार पत्र का स्वामित्व उनकी पत्नी के पास है।
इंस्पेक्टर जोशी ने कहा कि दोनों आरोपियों को जांच में शामिल होने के लिए नोटिस जारी किए गए हैं, लेकिन उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया है।
बाबूभाई वाघेरा नाम के व्यक्ति की शिकायत पर दर्ज की गई एफआईआर के अनुसार, ''यह लेख दावे का समर्थन करने वाले किसी सूचना के बगैर अफवाह फैलाने और भाजपा समर्थकों के बीच दहशत फैलाने तथा विभिन्न राजनीतिक समर्थकों के बीच नफरत पैदा करने के इरादे के साथ लिखा गया ताकि शांति व्यवस्था में खलल डाला जा सके।''
एफआईआर के अनुसार, समाचार पत्र के लेख में इस बारे में चर्चा की गई है कि भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से कैसे नाखुश है। साथ ही, पार्टी नेतृत्व उनकी जगह किसी और को इस पद पर आसीन करने पर विचार कर रहा है तथा केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला और मनसुख मांडविया इस पद की दौड़ में आगे हैं।