बिहार NDA में नॉट ऑल इज वेल! शाहनवाज हुसैन ने जीतन राम मांझी से की मुलकात
बिहार के उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन सोमवार की देर शाम पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के आवास पर जाकर उनसे मुलाकात की।
बिहार के उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन सोमवार की देर शाम पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के आवास पर जाकर उनसे मुलाकात की। शाहनवाज हुसैन का अचानक मांझी के आवास पर पहुंचने की घटना राजनीतिक गलियारे में चर्चा का विषय रही। वे करीब आधा घंटे वहां रुके।
गौरतलब है कि हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी से वीआईपी के प्रमुख और पशु-मत्स्य संसाधन मंत्री मुकेश सहनी ने सोमवार को मुलाकात की। मांझी के आवास पर दोनों नेताओं की करीब घंटेभर बातें हुईं। हाल के कुछ दिनों के अंदर इन दोनों नेताओं की यह तीसरी मुलाकात थी। दोनों नेताओं के बीच राज्य के वर्तमान राजनीतिक हालात पर चर्चा हुई। इनकी मुलाकात राजनीतिक गलियारे में चर्चा का विषय रही।
मालूम हो कि एक दिन पहले ही रविवार को उत्तर प्रदेश में पूर्व सांसद फूलन देवी की प्रतिमा को जब्त करने की कारवाई की गई, जिसकी जीतन राम मांझी ने निंदा की थी। आज दोनों नेताओं के बीच इसको लेकर भी बातें हुईं। हम के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने इसे व्यक्तिगत मुलाकात बताया है।
मुकेश सहनी के तल्ख तेवर, NDA में वीआईपी और हम को भी मिले तरजीह
विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) प्रमुख और प्रदेश के पशु एवं मत्स्य विभाग के मंत्री मुकेश सहनी के तेवर तल्ख हैं। सोमवार को उनकी पार्टी ने एनडीए के विधायक दल की बैठक का बहिष्कार किया। वहीं, अपने आवास पर मीडिया से बातचीत में सहनी ने अपने दल को तरजीह न मिलने की बात कही। कहा कि एनडीए में चार दल शामिल हैं लेकिन बात सिर्फ भाजपा-जदयू की ही होती है। वीआईपी और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) नजर नहीं आते। हालांकि उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार के पांच साल चलने और एनडीए का हिस्सा बने रहने की बात की। सहनी ने यूपी की योगी सरकार पर भी हमला बोला।
सहनी ने कहा कि एनडीए में उचित सम्मान न मिलने से हमारी नाराजगी थी, इसीलिए हमने बैठक का बहिष्कार किया। कहा कि यहां अधिकारी ज्यादा हावी हैं। तभी मंत्री को कहना पड़ा कि चपरासी तक नहीं सुनता। सहनी ने कहा कि जीतनराम मांझी पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता हैं। उनकी सरकार में बेहतर जगह होनी चाहिए, मगर ऐसा नहीं है। कहा कि बातें बहुत सारी हैं, जिन्हें वे एनडीए की साझा बैठक के मंच पर उठाएंगे। कहा कि इस्तीफा नहीं देंगे।