लेटेस्ट न्यूज़: सार्वजनिक क्षेत्र की एनएमडीसी लिमिटेड ने कहा है कि आंध्र प्रदेश में स्थित सोने की खान के लिए खनन लाइसेंस (एमएल) हासिल करने के दिशा में पहला कदम उठा रही है। एनएमडीसी ने सोमवार को ट्वीट किया, "एनएमडीसी ने आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में चिगारगुंटा-बिसानाथम स्वर्ण खान ब्लॉक में खनन कार्य शुरू करने के लिए पट्टा हासिल करने और एमएल डीड करने के लिए पहला कदम उठाया है।"
एनएमडीसी की यह है विशेषता: एनएमडीसी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक सुमित देव ने एक ट्वीट में कहा कि कंपनी ने स्वर्ण खान ब्लॉक के लिए पहल की है। उन्होंने कहा कि कई प्रकार के खनिजों के उत्खनन और भूमिगत खनन कार्यों में विशेषज्ञता के लिहाज से एनएमडीसी अपनी तरह की पहली कंपनी है। एनएमडीसी के सूत्रों ने कहा कि कंपनी ने खनन पट्टा और खनन डीड के लिए एक सलाहकार को नियुक्त करने के लिए अभिरुचि पत्र आमंत्रित किए हैं। सूत्रों ने बताया, "एक बार सलाहकार की नियुक्ति हो जाने के बाद, छह महीने के भीतर खान योजना और एमएल के लिए अन्य विवरण अधिकारियों को प्रस्तुत किए जाएंगे, जिसके आधार पर एमएल को मंजूरी दी जाएगी। इसमें लगभग 12 महीने लग सकते हैं
अडाणी और वेदांत को छोड़ा था पीछे: एनएमडीसी ने 2018 में अडाणी और वेदांत सहित कई बड़ी कंपनियों को पीछे छोड़ते हुए ई-नीलामी में सोने की खदान के लिए सबसे अधिक बोली लगाई थी। एनएमडीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यह पहली बार है, जब एनएमडीसी भारत में सोने का खनन करने जा रहा है। अधिकारी ने कहा कि खान के विकास के लिए विभिन्न चरणों में करीब 450 करोड़ रुपये के निवेश की जरूरत होगी। चिगारगुंटा-बिसानाथम स्वर्ण ब्लॉक का क्षेत्रफल 263.01 हेक्टेयर है और इसमें 18.3 लाख टन का भंडार होने की उम्मीद है, जिसमें 5.15 ग्राम सोना प्रति टन हो सकता है।