बिहार। बिहार में सत्ता का उलटफेर होने के बाद क्षेत्रीय पार्टियां लगातार बीजेपी पर हमलावर हैं. रविवार को जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व विधायक पप्पू यादव ने बीजेपी नेता और राज्यसभा सांसद सुशील मोदी पर तंज कसा और उन्हें अपने एक ठिकाने की तलाश करने की सलाह दे डाली. पप्पू का ये ट्वीट सुशील मोदी के उस बयान के बाद आया, जिसमें उन्होंने नीतीश कुमार को चुनौती देते हुए कहा है कि वह फूलपुर या कहीं से भी लोकसभा चुनाव लड़ें, बीजेपी उनकी जमानत जब्त कराएगी. वहीं, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने महागठबंधन सरकार को कानून के मसले पर घेरा है.
पप्पू यादव ने ट्वीट किया- सुशील मोदी जी, बिहार में भाजपा के जमानतदार थे नीतीश कुमार. अब नीतीशजी के अलग होने के बाद बीजेपी को जमानत के लाले पड़ जाएंगे. छोटे मोदीजी अपना ठौर ढूंढ लीजिए. बता दें कि बिहार में बीजेपी और जदयू ने मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ा था और सरकार बनाई थी. ढाई साल बाद नीतीश ने बीजेपी का साथ छोड़कर आरजेडी समेत अन्य दलों से हाथ मिला लिया और सरकार बना ली है.
अब चर्चा है कि विपक्षी एकता में जुटे नीतीश कुमार यूपी की फूलपुर सीट से लोकसभा चुनाव लड़ सकते हैं. इसे लेकर अब उनकी ही सरकार में डिप्टी सीएम रहे बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने हमला बोला है. उन्होंने कहा है कि नीतीश कुमार के फूलपुर से चुनाव लड़ने की अटकलों का साफ मतलब है कि वे बिहार से चुनाव लड़ने में डर गए हैं. सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश इतने डर गए हैं कि अब उत्तर प्रदेश से चुनाव लड़ने की सोच रहे हैं.
उन्होंने आगे कहा- उन्हें (Nitish Kumar) पता है कि उनकी पार्टी बिहार में दो सीटें भी नहीं जीत पाएगी. नीतीश को फूलपुर से चुनाव लड़ना चाहिए, अखिलेश यादव ने नीतीश के सामने ये पेशकश भी की है. फूलपुर में नीतीश कुमार की जमानत भी जब्त होगी. सुशील मोदी ने नीतीश को समाजवादी पार्टी के पुराने गठबंधनों की याद दिलाई. उन्होंने कहा- हम नीतीश कुमार को देश की किसी भी सीट से चुनाव लड़ने की चुनौती दे रहे हैं, बीजेपी उन्हें नहीं छोड़ेगी और ये सुनिश्चित करेगी कि उनकी जमानत भी जब्त हो.
बेगूसराय से सांसद और बीजेपी के फायर ब्रांड नेता गिरिराज सिंह लगातार चर्चा में बने हुए हैं. उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि नीतीश बाबू की सरकार अब बिहार को पतन की ओर ले जाने का काम कर रही है. बिहार में अब तुष्टिकरण की राजनीति हो रही है. सरकार बनने के बाद फुलवारी शरीफ में जो हुआ, पीर बहौर थाने में जिस ढंग से राजद के पूर्व मंत्री ने अपराधियों को छुड़ाया, ये सरकार की गिरती हुई शाख को बताती है.
उन्होंने कहा कि सीमांचल में सरकार के संरक्षण में आतंक का वातावरण है. सीमांचल के इलाकों में जिस ढंग से मजहबी शुक्रवार को छुट्टी देने का प्रावधान हो रहा है. ये सरकार हिंदू मुस्लिम को बांटने का काम कर रही है. बेगूसराय में जिस समय घटना घटी, तब कहां गई थी पुलिस. आधे घंटे तक 40 मिनट तक नृत्य होता रहा. ये दूसरे को गाली देते हैं. गिरिराज सिंह, सुशील मोदी को गाली देने के बजाय अपने आप को देखें.
गिरिराज सिंह ने बेगूसराय गोली कांड को लेकर एक बार फिर मुख्यमंत्री से जांच की मांग की. दूसरी ओर उन्होंने मनरेगा योजनाओं में पारदर्शिता लाने की भी बात कही. सिंह ने कहा कि जब से नरेंद्र मोदी की सरकार बनी है तब से कुछ लोग सवाल उठा रहे हैं कि अब मनरेगा योजना बंद हो जाएगी. लेकिन अगर पिछली सरकार से तुलना की जाए तो मनरेगा योजना के लिए केंद्र सरकार ने दोगुनी राशि आवंटित की है.