निर्मला सीतारमण ने कहा, 25000 से अधिक प्रवासी मजदूर घर लौटने पर 16 केंद्रीय योजनाओं का मिलेगा लाभ

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को कहा अगर किसी जिले में अनौपचारिक क्षेत्र में काम करने वाले 25000 से अधिक प्रवासी मजदूर अपने मूल स्थान पर लौटते हैं तो उन्हें रोजगार के लिए 16 केंद्रीय योजनाओं का लाभ मिलेगा.

Update: 2021-08-21 17:50 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क :-  केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने शनिवार को कहा अगर किसी जिले में अनौपचारिक क्षेत्र में काम करने वाले 25000 से अधिक प्रवासी मजदूर अपने मूल स्थान पर लौटते हैं तो उन्हें रोजगार के लिए 16 केंद्रीय योजनाओं का लाभ मिलेगा. वहीं, उन्होंने आगे कहा कि 2020 में हमारी सरकार ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (MGNREGA) के बजट को 60,000 करोड़ रुपए से बढ़ाकर लगभग एक लाख करोड़ रुपए कर दिया.

वित्त मंत्री ने कहा कि जिन लोगों ने कोरोना महामारी के दौरान अपनी नौकरी खो दी है उन सभी लोगों के ईपीएफओ अकाउंट में सरकार 2022 तक पीएफ का अंशदान जमा करेगी. इस सुविधा का उन लोगों रो लाभ मिलेगा जिनका ईपीएफओ में रजिस्ट्रेशन होगा. दरअसल, सेवानिवृत्ति निधि निकाय कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने जून में निवल रूप से 12.83 लाख नए नामांकन दर्ज किए जिससे देश में रोजगार की स्थिति का पता चलता है. श्रम मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि शुक्रवार को जारी ईपीएफओ के अस्थायी वेतन खाते के आंकड़े से जून 2021 के दौरान शुद्ध रूप से 12.83 लाख सदस्यों के वेतन रजिस्टर से जुड़ने के साथ वृद्धि के चलन का पता चलता है.
जून 2021 के दौरान कोविड-19 की दूसरी लहर का प्रभाव कम हो गया, जिससे अप्रैल और मई की तुलना में वेतन रजिस्टर से जुड़ने वाले कर्मियों के लिहाज से जबरदस्त वृद्धि दर्ज की गई. बयान के मुताबिक मई की तुलना में जून में सदस्यों की कुल संख्या में शुद्ध रूप से 5.09 लाख की वृद्धि हुई. जून में शुद्ध रूप से जोड़े गए 12.83 लाख सदस्यों में से लगभग 8.11 लाख पहली बार कर्मचारी भविष्य निधि योजना के सामाजिक सुरक्षा दायरे के तहत आए हैं. माह के दौरान करीब 4.73 लोगों ने ईपीएफओ की सदस्यता छोड़ी लेकिन फिर उन कंपनियों में नौकरियां लेकर दोबारा ईपीएफओ में शामिल हो गए जो ईपीएफओ के दायरे में आती हैं.
सबसे ज्यादा संख्या 18 से 25 साल के युवा जुड़े
बयान में कहा गया है कि इससे पता चलता है कि ज्यादातर सदस्यों ने ईपीएफओ के साथ जुड़े रहना बेहतर समझा है. पिछली नौकरी की भविष्य निधि राशि को उन्होंने पूरी तरह निकालने के बजाय नई नौकरी में स्थानांतरित करना ही उचित समझा. माह के दौरान भविष्य निधि से जुड़े वालों में सबसे ज्यादा संख्या 18 से 25 साल के युवाओं की रही. कुल नए सदस्यों में 6.15 लाख इसी आयु वर्ग के रहे जो कि कुल शामिल सदस्यों का 47.89 प्रतिशत रहा. इसके बाद सबसे अधिक 2.55 लाख नए जुड़े सदस्य 29 से 35 वर्ष की आयु वर्ग से रहे.


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