हैदराबाद में NIAB की प्रयोगशाला को CDL के रूप में बदला, DBT ने दी जानकारी

हैदराबाद में कोविड-19 रोधी टीके की परीक्षण सुविधा के लिए राष्ट्रीय पशु जैव प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईएबी) की प्रयोगशाला को केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला (सीडीएल) के रूप में उन्नत किया गया है.

Update: 2021-08-22 11:14 GMT

हैदराबाद में कोविड-19 रोधी टीके की परीक्षण सुविधा के लिए राष्ट्रीय पशु जैव प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईएबी) की प्रयोगशाला को केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला (सीडीएल) के रूप में उन्नत किया गया है. जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी) ने शनिवार को यह जानकारी दी.डीबीटी ने कहा कि केंद्र ने एनआईएबी, हैदराबाद और राष्ट्रीय कोशिका विज्ञान केंद्र (एनसीसीएस), पुणे को केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला के रूप में उन्नयन के लिए चिह्नित किया है. डीबीटी ने कहा, ''पीएम-केयर्स कोष की सहायता से हैदराबाद में कोविड-19 टीके के परीक्षण की सुविधा के लिए राष्ट्रीय पशु जैव प्रौद्योगिकी संस्थान की प्रयोगशाला को केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला के रूप में उन्नत किया गया है.''

बयान में कहा गया, ''एनआईएबी, हैदराबाद के प्रयोगशाला को अब कोविड-19 टीकों के परीक्षण और इनके उत्पादन को स्वीकृति देने के लिए केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला के रूप में अधिसूचित कर दिया गया है. स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने 17 अगस्त को अधिसूचना जारी कर दी है.''
पुणे में केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला के रूप में किया सूचित
एनसीसीएस, पुणे को 28 जून 2021 को केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला के रूप में पहले ही अधिसूचित किया जा चुका है. इन दोनों केंद्रों में प्रति माह टीकों के लगभग 60 बैच का परीक्षण किए जाने की उम्मीद है.डीबीटी ने कहा, ''यह देखते हुए कि ये प्रयोगशालाएं देश के टीका निर्माण केंद्रों के निकट ही स्थित हैं, यहां से टीकों के निर्माण और सुगमता से उनकी आपूर्ति के लिए आवश्यक व्यवस्था करना भी आसान हो जाएगा.


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