NIA ने किया साजिश का खुलासा, ऑनलाइन प्रॉपेगेंडा से भारत में जाल फैलाना चाहता है इस्लामिक स्टेट
एजेंसी ने कहा कि इसकी जांच से पता चला है कि इस्लामिक आतंकी समूह ''लगातार ऑनलाइन प्रॉपेगेंडा के जरिए जाल फैला रहा है।
एजेंसी ने कहा कि इसकी जांच से पता चला है कि इस्लामिक आतंकी समूह ''लगातार ऑनलाइन प्रॉपेगेंडा के जरिए जाल फैला रहा है।'' एनआईए की ओर से जारी बयान में कहा गया है, ''भोले-भाले युवाओं को फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर टारगेट बनाया जा रहा है।''
एनआईए ने कहा कि जैसे ही कोई इस्लामिक स्टेट की विचारधारा में दिलचस्पी दिखाता है, उसे ऑनलाइन हैंडलर्स से बातचीत के लिए ललचाया जाता है, जो विदेशों में मौजूद होते हैं और इनक्रिप्टेड सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म के जरिए संपर्क साधते हैं। झांसे में आए व्यक्ति के भोलेपन के आधार पर हैंडलर्स उनका इस्तेमाल डिजिटल कॉन्टेंट अपलोड करने, आतंकी समूह की सामग्री का स्थानीय भाषा में ट्रांसलेशन, मॉड्यूल बनाने, आईईडी बनाने, टेटर फंडिंग और हमलों में किया जाता है। एजेंसी ने देश के नागरिकों से अपील की है कि यदि इंटरनेट पर उन्हें इस तरह की कोई गतिविधि दिखती है तो तुरंत 011-24368800 पर कॉल करके जानकारी दें।
अफगानिस्तान से अमेरिका सहित विदेशी सैनिकों की वापसी के साथ ही यहां तालिबान और इस्लामिक चरपंथियों ने कब्जा जमा लिया है। इसके बाद से भारत जैसे पड़ोसी देशों के साथ ही पश्चिमी देशों में भी आतंकवाद का खतरा बढ़ने की आशंका जाहिर की जा रही है। 26 अगस्त को आईएसआईएस ने काबुल एयरपोर्ट पर फिदायीन हमले को अंजाम दिया जिसमें 13 अमेरिकी सैनिकों सहित 150 से ज्यादा लोग मारे गए।