तिरुवनंतपुरम। प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया PFI पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी NIA ने आज सुबह से बड़ी कार्रवाई शुरू की है। एनआईए ने पीएफआई के केरल स्थित दर्जनों ठिकानों पर छापा मारा है। सूत्रों के मुताबिक पीएफआई के 56 ठिकानों पर एनआईए ने सुबह एकसाथ छापा मारा। एनआईए ने इस छापेमारी में अब तक कई अहम दस्तावेज, भारत विरोधी प्रचार साहित्य और अन्य चीजें बरामद की हैं। कई लोगों को हिरासत में लिए जाने की जानकारी सूत्रों ने दी है। इससे पहले पीएफआई ने इस साल सितंबर में लगातार पीएफआई के खिलाफ देशभर में कार्रवाई की थी। तब संगठन के सभी बड़े नेताओं को गिरफ्तार किया गया था।
पीएफआई के खिलाफ सितंबर में एनआईए के एक्शन के बाद केंद्र सरकार ने सभी सबूतों को देखते हुए संगठन पर प्रतिबंध लगा दिया था। इसके बाद भी खबरें आ रही थीं कि पीएफआई के लोग अलग संगठन बनाकर अपने भारत विरोधी एजेंडे को जारी रखे हुए हैं। सूत्रों के मुताबिक इस बारे में पुख्ता जानकारी मिलने के बाद गृह मंत्रालय के निर्देश पर आज पीएफआई के लोगों और उनके ठिकानों पर बड़े पैमाने पर छापेमारी करने का फैसला किया गया। ये छापेमारी देर तक चलने की संभावना है।
पीएफआई काफी साल से सक्रिय संगठन रहा है। खासतौर पर केरल और तमिलनाडु में इसका काफी प्रभाव रहा है। वहां हजारों लोग इसके सदस्य रहे हैं। पीएफआई का नाम उत्तर भारत में सीएए विरोधी आंदोलन के दौरान सुना गया था। दिल्ली में सीएए विरोधी आंदोलन को पीएफआई के लोगों ने भी समर्थन दिया था। दिल्ली में सीएए विरोधी दंगों में भी पीएफआई का हाथ होने की बात सामने आई थी। वहीं, बिहार के फुलवारी शरीफ में पीएफआई के दो लोग पकड़े गए थे। इनके पास से 8 पेज का बुकलेट मिला था। बुकलेट में बताया गया था कि किस तरह साल 2047 तक भारत को इस्लामी देश बनाना है।