बंगलूरू में NIA ने एसडीपीआई, पीएफआई के 17 कार्यकर्ताओं को किया गिरफ्तार

एनआईए ने सोमवार को कहा कि 11 अगस्त को बंगलूरू हिंसा

Update: 2020-12-21 18:12 GMT

एनआईए ने सोमवार को कहा कि 11 अगस्त को बंगलूरू हिंसा के सिलसिले में सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) और पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के 17 नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है।

इन लोगों की गिरफ्तारी के साथ ही इस मामले के सिलसिले में 187 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। एनआईए ने एक बयान में बताया कि एसडीपीआई की बंगलूरू जिला इकाई के अध्यक्ष मोहम्मद शेरिफ और एसडीपीआई के केजी हल्ली वार्ड के अध्यक्ष इमरान अहमद के साथ अन्य नेताओं ने 11 अगस्त की शाम को बेंगलुरु में थानीसांद्रा और केजी हल्ली वार्ड में बैठकें की थी।
एनआईए ने कहा कि बैठकों में उन्होंने साजिश की और पुलिसकर्मियों पर हमला करने के लिए केजी हल्ली पुलिस थाने पर एकत्र भीड़ का नेतृत्व किया, जिससे आम लोगों और पुलिस थाने के वाहनों को नुकसान पहुंचा था। उसने कहा कि इसी तरह एसडीपीआई के नागवारा वार्ड के अध्यक्ष अब्बास ने भी अपने साथियों की मदद से के जी हल्ली पुलिस थाने पर बड़ी संख्या में लोगों को एकत्र किया था।
एजेंसी ने बयान में कहा कि जांच में खुलासा हुआ है कि लोगों के बीच दहशत फैलाने और उन्हें एकत्र करने के लिए फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप जैसे सोशल मीडिया मंचों का इस्तेमाल किया गया था।
गौरतलब है कि विधायक के रिश्तेदार द्वारा कथित रूप से भड़काऊ सोशल मीडिया पोस्ट को लेकर पुलकेशिनगर के कांग्रेस विधायक आर अखंड श्रीनिवास मूर्ति और उनकी बहन जयंती के आवासों पर लगभग 3,000 से 4,000 लोगों ने तोड़फोड़ और आगजनी की थी। उन्होंने देवारा जीवनाहल्ली और कडुगोंडानहल्ली (केजी) पुलिस थानों को भी आग लगा दी थी। पुलिस गोलीबारी में तीन लोग मारे गये थे जबकि एक की मौत पेट में चोट लगने से हुई थी।


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