नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया यानी पीएफआई के तमाम ठिकानों पर NIA और UP ATS की संयुक्त टीम ने छापेमारी की है. अब तक कई लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. यूपी के बाराबंकी में भी पीएफआई के ठिकाने पर छापेमारी की गई है. इस दौरान पीएफआई के कोषाध्यक्ष को एनआईए और यूपी एटीएस की टीम ने दबोचा है.
एनआईए और यूपी एटीएस की संयुक्त टीम ने यह कार्रवाई बाराबंकी में कुर्सी थाना क्षेत्र के बोरहार गांव में की. इस गांव से नदीम नाम के एक शख्स को गिरफ्तार किया गया है. वह पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के कोषाध्यक्ष के रूप में काम कर रहा था. केरल से लौटने के बाद से ही लगातार जांच एजेंसियां उस पर नजर रख रही थीं.
नदीम से गुरुवार की सुबह करीब तीन बजे से टीम पूछताछ कर रही थी. इसके बाद उसे गिरफ्तार करके लखनऊ ले जाया गया है. नदीम के खिलाफ पहले से कई मुकदमे दर्ज हैं, वह कई बार जेल भी जा चुका है.
नदीम की मां ने कहा- बिना कुछ बताए घर में घुसे और ली तलाशी
छापेमारी को लेकर नदीम की मां ने कहा, "ये लोग आते हैं, कुछ बताते नहीं हैं कि तुम्हारा बेटा गुनहगार है, क्या किया है, पूरे घर की तलाशी लेते हैं. आज रात 3:30 बजे यह लोग आए और घर पर सीढ़ी लगाकर चढ़ गए."
उन्होंने बताया "जब हम दरवाजा खोलने गए, तो उन्होंने बोला कि आप रहने दीजिए. दरवाजा खोलने वाला ऊपर गया है. इसके बाद यहां सभी लोग दरवाजा खोलकर अंदर आ गए. जब ये लोग बेटे नदीम को पकड़ने गए तो हमको दरवाजे के अंदर बंद कर दिया था."
पीएफआई के गढ़ हैं ये इलाके
बता दें कि बाराबंकी के रामपुर कटरा, मोहम्मदपुर खाला और कुर्सी क्षेत्र को प्रतिबंधित संगठन पीएफआई का गढ़ माना जाता है. कुछ साल पहले मोहम्मदपुर खाला क्षेत्र में दीवारों पर पीएफआई के पोस्टर भी चस्पा मिले थे. इसके बाद से यह इलाके जांच एजेंसियों की रडार पर रहते हैं.
कुछ दिन पहले भी कुर्सी थाना क्षेत्र के अनवारी गांव में एक मदरसा संचालक के यहां छापेमारी कर एटीएस ने मोहम्मद आमिर उर्फ हामिद नाम के युवक को गिरफ्तार किया था. वह लखीमपुर जिले में मोहम्मदी का रहने वाला था.
वह यहां अपनी बहन के घर पर रह रहा था. मोहम्मद आमिर शिक्षण संस्थानों के संचालन के साथ ही पीएफआई में सक्रिय सदस्य के रूप में कार्य कर रहा था. वह लखनऊ में एक कोचिंग संस्थान से भी जुड़ा था.