वाराणसी। चिरईगांव विकास खण्ड के कमौली ग्राम पंचायत नलकूप विभाग में लगभग एक वर्ष पूर्व राजकीय नलकूप संख्या 355 की बनी पानी टंकी विगत शनिवार को ध्वस्त हो गयी। वहीं टंकी ध्वस्त हो जाने से किसानों के सिंचाई का कार्य पूरी तरह बाधित हो गया है। इसके बावजूद भी विभागीय अवर अभियंता एवं उच्च अधिकारी मौका मुआयना करना भी मुनासिब नहीं समझ रहे हैं। तैनात अवर अभियंता नलकूप खण्ड चन्दौली प्रीति गुप्ता का कहना है कि नलकूप के टंकी ध्वस्त होने की सूचना मिली है। देखने जाने वाली हूं। इस बाबत उच्च अधिकारियों को भी अवगत करायी हूं।
उल्लेखनीय है कि कमौली में नलकूप संख्या 355 रिबोर के उपरांत पानी टंकी बनी थी। टंकी का निर्माण हुए वर्ष भी नहीं बीता था। टंकी के दो तरफ की दीवार ध्वस्त होकर गिर गयी। इसकी सूचना किसानों द्वारा विभागीय लोगों को दिया गया। पानी टंकी निर्माण में घटिया सामग्री का उपयोग का नतीजा रहा कि पानी टंकी ध्वस्त हो गयी। नलकूप विभाग के अधिकारी अब ठीकेदार के ऊपर आरोप लगा रहे हैं।
गांव के किसान धीरज सिंह, वंशराज, राधेश्याम सिंह, सचिदानंद आदि का कहना है कि नलकूप के सहारे रोपी गयी धान की फसल अब सिंचाई के अभाव में सूखने लगी है। नलकूप विभाग के लोग केवल जल्द ही टंकी बन जाने का आश्वासन देते हैं। सिंचाई सीजन में नलकूप खराब हो जाता है। लेकिन विभाग के लोग चुप्पी साधे बैठे हैं। सहायक विकास अधिकारी कृषि को राजकीय नलकूपों की संख्या नहीं पता। विकास खण्ड में तैनात सहायक विकास अधिकारी कृषि से जब विकास खण्ड में स्थापित राजकीय नलकूपों की संख्या चालू एवं खराब के बारे में जानकारी नहीं है। इस बाबत जब पूछा गया तो बोले कि नलकूपों की रिपोर्ट उपलब्ध नहीं है। इकट्ठा करवाते हैं। उल्लेखनीय है कि यह बयान विगत कई माह से उक्त अधिकारी दे रहे हैं।