नवजात को कुत्तों के पास फेंका, मिट्टी में लथपथ मिला नवजात
नवजात को कुत्ते खा सकते थे.
अलवर। अलवर अलवर के नौगावां में हाजीपुर गांव में जोहड़ के पास 5 से 7 दिन की जन्मी नवजात कन्या को केले के पत्तों में लपेट कर फेंक गए। बाइक से निकलते समय जोहड़ के पास नवजात के रोने की आवाज सुनकर एक युवक वहां पहुंचा। देखा तो नवजात केले के पत्ते और मिट्टी से लथपथ है। नवजात से कुछ ही दूरी पर कई कुत्ते भी देखे गए। युवक के वहां पहुंचने में थोड़ा विलंब हो जाता तो नवजात को कुत्ते खा सकते थे। इसके बाद अस्पताल व पुलिस की टीम पहुंची। बाद में नवजात को सरकारी अस्पता लेकर आया गया। जोहड़ में पड़ी नवजात को सरकारी अस्पताल लेकर आए। यहां पहले से भर्ती प्रसूता ने जब मिट्टी में लथपथ लेकर आई गई नवजात को दूध पिलाया तो सब भावुक हो गए। सबने महिला की खूबर तारीफ की। जबकि महिला ने भी 2 दिन पहले ही बच्चे को जन्म दिया था। इसके बावजूद महिला ने लावारिश पड़ी मिली नवजात को अपना स्तनपान कराने में संकोच नहीं किया। पूरे अस्पातल के स्टाफ ने भी महिला की खूब तारीफ की।
नौगांवा में आशा वर्कर राजवती ने बताया कि गुरुवार को अस्पताल में वैक्सीनेशन का कार्यक्रम था। लेकिन ड्यूटी के बाद भी दुबारा नवजात के पास अस्पताल में पहुंची। वहां डिलीवरी वाली महिला के पास में नवजात थी। फिर मैं खुद वहां रुकी रही। मुझे लग रहा था कि इसे सहारे की जरूरत है। मैं तब और अधिक भावुक हो गए। जब नवजात ने उसकी अंगूली पकड़ ली। काफी देर तक अंगूली नहीं छोड़ी। इसके बाद मैं वहां से तभी आई जब नवजात को फीडिंग करा दी गई। फिर अलवर लाया गया। नौगांवा नर्सिंग स्टाफकर्मी ने कहा कि नवजात को लेकर आए तो कीचड़ में लिपटी हुई थी। ग्रामीणों ने बताया कि हाजीपुर में तलाई के पास केले के पत्ते पर लिपटी हुई थी। उसे गीले कपड़े से साफ किया। फिर वैक्सीनेशन कराया। बाद में वहीं पर भर्ती महिला से समझाकर नवजात को उसका स्तनपान कराया। बालिका स्वस्थ है। जिसमें करीब साढ़े 3 किलो वजन था। अब राजकीय शिशु केंद्र पर नवजात स्वस्थ है। सीडब्ल्यूसी के प्रभारी राजेश शर्मा ने बताया कि नवजात के आने के बाद पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करा दी है। अब नवजात के माता-पिता का पता लगाया जाएगा। वरना आगे गोद देने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। मैनेजर खेमचंद चौधरी ने बताया कि यहीं पर बच्चे का लालन पालन होगा। आगे गोद देने की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी।