दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. इसी के साथ मौतों के आंकड़े भी बढ़ने लगे हैं. इस महीने में अब तक दिल्ली में कोविड से 20 मौते हो चुकी है. वहीं दिल्ली में तों नगर निगमों ने कोविड डेजिग्नेटेड शमशान घाटों, शवदाह गृहों और कब्रिस्तान में सतर्कता बढ़ाने के निर्देश दिए हैं. उत्तरी दिल्ली नगर निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि उन्होंने ओमिक्रोन कोरोनावायरस वेरिएंट के मद्देनजर एक नया स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रॉसिजर (SOP) तैयार किया है. बुधवार को डिप्टी हेल्थ ऑफिसर के कार्यालय द्वारा जारी एसओपी में कहा गया है कि श्मशान घाट के संचालन की देखरेख करने वाले अंतिम संस्कार प्रबंधकों और प्रबंधन को ये सुनिश्चित करना चाहिए कि अनुष्ठानों और रजिस्ट्रेशन औपचारिकताओं में कम से कम समय लगे..
नोडल स्थानीय निकाय द्वारा जारी निर्देश में कहा गया है, "आपको इस आदेश में उल्लिखित सभी एहतियाती उपाय करने का निर्देश दिया जाता है." गौरतलब है कि उत्तर,पूर्वी और दक्षिण नगर निगमों ने अपने अंतिम संस्कार स्थलों पर कोविड-19 नियमों का सख्ती से पालन करने का आदेश दिया है.
तीनों निगमों ने जारी किए हैं ये दिशा-निर्देश
अंतिम संस्कार में 20 से ज्यादा लोग शामिल न हो.इसके लिए लगातार साउंड सिस्टम के जरिए लोगों को जागरूक किया जाना चाहिए.
अंतिम संस्कार के समय पंजीकरण जैसी औपचारिकताओं में ज्यादा समय न लगे.
निगमों ने सभी शवदाह गृहों और शमशान घाटों को हर स्थिति के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए हैं
जहां लकड़ी से दाह संस्कार होना है वहां पर पर्याप्त मात्रा में लकड़ी उपलब्ध होनी चाहिए.
शव वाहनों का पूरी तरह से सैनिटाइजेशन होना चाहिए.
अंतिम संस्कारों का पूरा रिकॉर्ड रखा जाए.
एसओपी चौथी लहर के दौरान आई समस्याओं को देखते हुए की गई है तैयार
आदेश में कहा गया है कि अंतिम संस्कार के दौरान उपस्थिति की सीमा (20) को बनाए रखने के लिए और कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए प्रत्येक निर्दिष्ट सुविधा पर एक समिति का गठन किया जाएगा. वहीं उत्तर एमसीडी के पूर्व मेयर जय प्रकाश ने कहा कि नई एसओपी चौथी लहर के दौरान आने वाली समस्याओं पर चर्चा करके तैयार की गई है, और उस दौरान जिस तरह संसाधनों कि किल्लत हुई थी उसे देखते हुए सुविधाओं को अपग्रेड किया जा रहा है.