New Delhi: दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने पूर्व प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार के मद्देनजर एडवाइजरी जारी की
"नई दिल्ली के प्रमुख मार्गों पर प्रतिबंधों और डायवर्जन की रूपरेखा दी गई"
नई दिल्ली: पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत डॉ मनमोहन सिंह के शनिवार को निगमबोध घाट पर किए जाने वाले अंतिम संस्कार के मद्देनजर दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने एडवाइजरी जारी की है। इसमें नई दिल्ली के प्रमुख मार्गों पर प्रतिबंधों और डायवर्जन की रूपरेखा दी गई है। लोगों से कुछ खास सड़कों का उपयोग करने से बचने और भीड़भाड़ को कम करने के लिए सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने का आग्रह किया गया है।
दिल्ली यातायात पुलिस ने अपनी सलाह में कहा, "28 दिसंबर 2024 को भारत के पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत डॉ. मनमोहन सिंह के राजकीय अंतिम संस्कार के अवसर पर कई विदेशी गण्यमान्य व्यक्ति और अन्य वीआईपी/वीवीआईपी तथा आम जनता निगम बोध घाट का दौरा करेंगे।"
इसके मद्देनजर सलाह दी जाती है कि डायवर्जन पॉइंट में राजा राम कोहली मार्ग, राजघाट रेड लाइट, सिग्नेचर ब्रिज और युधिष्ठिर सेतु शामिल हैं। सुबह 7 बजे से लेकर संभवतः दोपहर 3 बजे तक रिंग रोड (महात्मा गांधी मार्ग), निषाद राज मार्ग, बुलेवार्ड रोड, एसपीएम मार्ग, लोथियन रोड और नेताजी सुभाष मार्ग पर यातायात प्रतिबंध, विनियमन और डायवर्जन लगाया जा सकता है।
ट्रैफिक एडवाइजरी में लोगों को उक्त सड़कों और हिस्सों के साथ-साथ उस क्षेत्र से बचने की सलाह दी गई है, जहां जुलूस निकलेगा। पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन, आईएसबीटी, लाल किला, चांदनी चौक और तीस हजारी कोर्ट जाने वाले यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे मार्ग पर संभावित देरी को ध्यान में रखते हुए पर्याप्त समय लेकर निकलें।
सड़क पर भीड़भाड़ कम करने के लिए सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने की भी सलाह दी गई है। वाहनों को केवल निर्दिष्ट पार्किंग स्थलों पर ही पार्क किया जाना चाहिए। यातायात बाधित न हो, इसलिए सड़क किनारे पार्किंग से बचने की सलाह दी गई है।
डा. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार शनिवार दोपहर को नई दिल्ली के निगमबोध घाट पर किया जाएगा।पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का 26 दिसंबर, 2024 को रात 9.51 बजे एम्स अस्पताल, नई दिल्ली में निधन हो गया। सरकार ने डॉ. सिंह का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ करने का निर्णय किया है। अंतिम संस्कार 28 दिसंबर, 2024 को पूर्वाह्न 11:45 बजे निगमबोध घाट पर किया जाएगा। गृह मंत्रालय ने रक्षा मंत्रालय से अनुरोध किया है कि वह पूरे सैन्य सम्मान के साथ राजकीय अंतिम संस्कार की व्यवस्था करे।