नए CJI डी वाई चंद्रचूड़ कल लेंगे शपथ

Update: 2022-11-08 00:57 GMT

सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ 9 नवंबर को भारत के 50 वें मुख्य न्यायाधीश (CJI) के रूप में शपथ लेंगे. उन्होंने सोमवार को कहा कि उनके पास न्यायमूर्ति यूयू ललित के उत्तराधिकारी के रूप में बहुत बड़े आकार के जूते हैं जो कि उन्हें भरने हैं और उम्मीद है कि वह इसे पूरा कर पाएंगे. बता दें कि CJI ललित, का न्यायपालिका के प्रमुख के रूप में 74 दिनों का छोटा कार्यकाल था जो कि 8 नवंबर को पूरा हो गया.

जस्टिस चंद्रचूड़ ने सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (एससीबीए) द्वारा जस्टिस ललित के लिए आयोजित विदाई समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि 49वें सीजेआई ने उल्लेखनीय नेतृत्व दिखाया और अपने कार्यकाल के दौरान न्याय तक पहुंच बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध थे. सर्वोच्च न्यायालय के वरिष्ठतम न्यायाधीश ने कहा कि सीजेआई ललित ने महत्वपूर्ण संवैधानिक मुद्दों की सूची को प्राथमिकता दी, लंबित मामलों को कम किया और संस्था की छवि को 'औपनिवेशिक न्याय वितरण प्रणाली से एक ऐसी प्रणाली में बदलने में मदद की जहां लोगों तक पहुंचना है.'

पूर्व सीजेआई वाईवी चंद्रचूड़ के बेटे जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा, 'व्यक्तिगत रूप से, आपके उत्तराधिकारी के रूप में, मुझे पता है कि मेरे पास भरने के लिए बहुत बड़े आकार के जूते हैं क्योंकि आपने वास्तव में मुख्य न्यायाधीश की जिम्मेदारी निभाई है.' बताते चलें कि 13 मई 2016 को सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत, न्यायमूर्ति चंद्रचूड़ का सीजेआई के रूप में दो साल का कार्यकाल होगा और वो 10 नवंबर 2024 को रिटायर होंगे. इस कार्यक्रम में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों और भारत के महान्यायवादी आर वेंकटरमणी सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया. जस्टिस चंद्रचूण ने कहा, हमने देखा है कि कैसे उन्होंने (सीजेआई ललित) महत्वपूर्ण संवैधानिक मामलों को सूचीबद्ध करने को प्राथमिकता दी और कैसे उन्होंने इन सुनवाईयों को लाइव स्ट्रीमिंग करके आम जनता तक पहुंचाया. अपने कार्यकाल के दौरान, यूयू ललित ने लिस्टिंग प्रक्रिया और रजिस्ट्री में पारदर्शिता में सुधार और पेंडेंसी को कम करना दैसे काम शुरू किए. जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि मैं उन सभी अच्छे कामों को जारी रखने की उम्मीद करता हूं जो सीजेआई ललित ने शुरू किए हैं.

जस्टिस चंद्रचूड़ ने जोर दिया कि जब व्यक्ति एक साथ काम करते हैं तो संस्थान मजबूत होते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि सीजेआई ललित ने राष्ट्रीय कानूनी सेवा प्राधिकरण की पहुंच का विस्तार किया. गौरतलब है कि जस्टिस ललित बार से सीधे सुप्रीम कोर्ट की बेंच में पदोन्नत होने वाले दूसरे CJI बने. इससे पहले जस्टिस एस एम सीकरी, जो जनवरी 1971 में 13वें CJI बने, मार्च 1964 में सीधे शीर्ष अदालत की बेंच में पदोन्नत होने वाले पहले वकील थे. जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा कि CJI ललित, जिनका करियर लोक सेवा का प्रतिबिंब है, उनके बेहतरीन सहयोगी और सलाहकार थे.


Tags:    

Similar News

-->