टोंक। टोंक जिला मुख्यालय की मुख्य बाजार की सडक़ों पर बने गड्ढे लोगों को जख्म दे रहे हैं। इस पर ना तो नगर परिषद ध्यान दे रही है और ना ही सार्वजनिक निर्माण विभाग कार्रवाई कर रहा है। यह गड्ढे सीवरेज के चैम्बर डालने के बाद की गई मरम्मत में बरती गई खानापूर्ति के बाद बने हैं। मामले में प्रशासन भी अनदेखी बरत रहा है। अधिकारी मुख्य बाजार में बने गड्ढों की हो रही शिकायतों को नजर अंदाज कर रहा है। ऐसे में जहां जिला मुख्यालय की सडक़ें वाहन चालकों को परेशान कर रही है। वहीं टोंक की खूबसूरती पर यह भी दाग बने हुए हैं। गत दिनों सार्वजनिक निर्माण विभाग ने घंटाघर से बड़ा कुआं की ओर डामर सडक़ का निर्माण शुरू किया था। लेकिन इसमें बरती गई अनदेखी और शिकायत के बाद उसे रोक दिया गया।
सार्वजनिक निर्माण विभाग ने पहले से बनी हुई सडक़ पर करीब 400 मीटर तक डामर सडक़ बना दी। इसका खामियाजा व्यापारियों को नहीं हो ऐसी शिकायत पर इसे रोक दिया गया। अब यह सडक़ एक तरफ से ऊपर तो दूसरी तरफ नीची हो गई है। ऐसे में कई बार मोटरसाइकिल का टायर इसमें फिसल भी जाता है। नगर परिषद और सार्वजनिक निर्माण विभाग ने सीवरेज लाइन डालने के बाद मरम्मत में बरती गई खानापूर्ति पर कभी ऐतराज तक नहीं जताया। इसका खामियाजा अब शहर के लोगों को भुगतना पड़ रहा है।वार्ड 34 में पानी और सीवरेज लाइन डालने के बाद कराए जा रहे सड़क निर्माण कार्य में घटिया निर्माण सामग्री का आरोप लगाते हुए मंगलवार को पार्षद ताबिश अजमल ने कार्य रुकवा दिया। मौके पर पहुंचे अभियंताओं ने समझाइश की और सही निर्माण सामग्री लगाने का आश्वासन दिया। हालांकि अजमल ने निर्माण सामग्री का सेम्पल लिया है। इसकी वे जांच कराएंगे। अजमल ने बताया कि सीवरेज और पानी की लाइन डालने के बाद बनाई जा रही सडक़ में अनदेखी बरती जा रही है। मापदंड भी पूरे नहीं किए जा रहे हैं। जबकि नियमों के तहत कार्य होना चाहिए।