NCR Noida: जेपी ग्रीन्स कॉसमॉस सोसाइटी के 4 हजार परिवारों की मुसीबत बढ़ी
"एओए और सोसाइटी के लोगों ने सुरक्षा रियलिटी के ऑफिस पर विरोध किया "
एनसीआर नॉएडा: नोएडा सेक्टर 134 में स्थित जेपी ग्रीन्स कॉसमॉस से बड़ी खबर सामने आ रही है। सोसाइटी के 4 हजार परिवारों की मुसीबत बढ़ गई है। जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड (जेएएल) की सहायक रखरखाव एजेंसी ने 22 नवंबर को पत्र लिखकर घोषणा की कि वह हाउसकीपिंग और सुरक्षा सेवाएं 6 जनवरी के बाद बंद कर देगी। इस फैसले से पानी और बिजली जैसी सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं। निवासियों का कहना है कि एओए (अपार्टमेंट ओनर्स एसोसिएशन) के पास इन सेवाओं को संभालने के लिए न तो अनुभव है और न ही वित्तीय संसाधन। वहीं 31 दिसंबर को एओए और सोसाइटी के लोगों ने सुरक्षा रियलिटी के ऑफिस पर विरोध किया।
अधूरी परियोजना और बकाया बिल: कॉसमॉस परियोजना के 46 टावरों में से 10 अभी भी निर्माणाधीन हैं। नोएडा प्राधिकरण के अनुसार, डेवलपर ने 100 करोड़ रुपये के बकाया का भुगतान नहीं किया है, जिसके चलते पानी और सीवर कनेक्शन अब तक नहीं मिल सका। बिजली और पावर बैकअप का भी अभाव है। सुरक्षा रियलिटी लिमिटेड ने मई 2024 में जेपी इंफ्राटेक लिमिटेड का नियंत्रण लिया था, लेकिन अब तक निर्माण कार्य में कोई प्रगति नहीं हुई है।
निवासियों की शिकायतें और वित्तीय संकट: निवासियों ने शिकायत की है कि 2015 से वे हर महीने 4,000-5,000 रुपये रखरखाव शुल्क और फ्लैट खरीदते समय 1.5 लाख रुपये जमा कर चुके हैं, लेकिन जेएएल-एफएमजी ने यह राशि एओए को हस्तांतरित नहीं की। एओए के पास शून्य बैलेंस है और वह रखरखाव कार्य संभालने में असमर्थ है। फ्लैटों के अधूरे निर्माण और बुनियादी ढांचे की कमी ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है।
समाधान की उम्मीद: नोएडा प्राधिकरण ने 6 जनवरी को रखरखाव एजेंसी, डेवलपर और एओए के बीच मध्यस्थता बैठक बुलाने का निर्णय लिया है। तब तक, सभी सेवाएं पूर्ववत चलाने के निर्देश दिए गए हैं। निवासी उम्मीद कर रहे हैं कि इस बैठक में कोई समाधान निकलेगा और उनकी समस्याओं का अंत होगा।