एनसीपीसीआर ने सीडब्ल्यूसी के सदस्यों के लिए प्रशिक्षण मॉड्यूल की शुरूआत की

Update: 2022-11-21 08:15 GMT
नई दिल्ली (आईएएनएस)| राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने बाल कल्याण समितियों (सीडब्ल्यूसी) के अध्यक्ष और सदस्यों के लिए नए प्रोटोकॉल के तहत प्रशिक्षण मॉड्यूल और बच्चों के पुनर्वास और घर वापसी के लिए एक पोर्टल शुरू किया है। रविवार को आयोजित एक कार्यक्रम में इसकी शुरूआत की गई है। एनसीपीसीआर ने बताया कि बाल कल्याण समितियों के अध्यक्षों और सदस्यों के लिए सीडब्ल्यूसीएस की भूमिकाओं और जिम्मेदारियों को व्यापक रूप से एक स्थान पर लाने के उद्देश्य से एक प्रशिक्षण मोड्यूल तैयार किया गया है। ये मॉड्यूल सीडब्ल्यूसी के प्रशिक्षण के लिए 15 दिन का एक कार्यक्रम है। इसकी शुरूआत बच्चों के संरक्षण और पुनर्वास को लेकर प्रभावी और समयबद्ध सेवा देने के लिए इन सदस्यों के ज्ञान और हुनर का संवर्धन करने के लिए की गई है।
वहीं घर-गो होम एंड री-यूनाइट नाम से एक पोर्टल भी शुरू किया है। ये बच्चों के पुनर्वास और घर वापसी के लिए है। आयोग ने कहा कि यह देखा गया है कि ऐसे कई बच्चे थे, जिन्हें जेजेबीएस और सीडब्ल्यूसीएस के सामने लाया गया था, जो प्रथम ²ष्टया किसी अन्य स्थान से संबंधित दिखाई दे रहे थे, लेकिन मूल स्थान का पता लगाने में असमर्थ होने के कारण उन्हें वापस भेजना मुश्किल हो रहा था। इसके अलावा प्रोटोकॉल की चुनौतियां भी सामने आ रही थीं। यही वजह है कि ये कदम प्रत्यावर्तन और बहाली के लिए प्रोटोकॉल को समाप्त करना और अधिक से अधिक संख्या में बच्चों को उनके परिवारों के साथ मूल स्थान पर वापस भेजने का प्रयास है।
इस मौके पर एनसीपीसीआर अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने कहा कि बच्चे हमारी आबादी का 40 प्रतिशत हैं, लेकिन वे हमारे देश के भविष्य को बनाने के मामले में 100 प्रतिशत हैं। उन्होंने आगे कहा कि जीएचएआर पोर्टल और प्रत्यावर्तन और बहाली के लिए शुरू किए जा रहे इस कार्यक्रम से बच्चों के अधिकारों को सुनिश्चित किया जा सकेगा।
कार्यक्रम के दौरान महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी का वीडियो संदेश भी चलाया गया। इसमें उन्होंने सभी सीडब्ल्यूसी और डीसीपीओ से अपील की कि वे संशोधित जेजे कानून और नियम, 2021 एवं 2022 को प्रभावी ढंग से लागू करें।
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