नई दिल्ली: महाराष्ट्र में आज विधान परिषद चुनाव की वोटिंग से ठीक पहले जेल में बंद विधायक सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए हैं. उन्होंने एमएलसी और राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोट डालने की अनुमति मांगी है. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट दोपहर 12 बजे सुनवाई कर सकता है. कोर्ट ने केस से संबंधित जानकारी मांगी है. बेंच इस बीच रजिस्ट्री से संपर्क करेगी और रजिस्ट्री सीजेआई से बात करेगी.
बता दें कि महाराष्ट्र में आज विधान परिषद की 10 सीटों के लिए मतदान होने जा रहा है. इस चुनाव में भी महा विकास अघाडी (MVA) और बीजेपी की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है. राज्यसभा चुनाव में बड़ा झटका मिलने के बाद उद्धव सरकार अब कोई रिस्क नहीं लेना चाहती है. इस बीच, जेल में बंद महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक और अनिल देशमुख ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है. उन्होंने एक याचिका दायर की है और कहा है कि मुझे एमएलसी और राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोट डालने की अनुमति दी जानी चाहिए.
विधायकों ने कहा कि ये मेरा वैधानिक अधिकार है. मैं एक निर्वाचित प्रतिनिधि हूं. जेल से पुलिस एस्कॉर्ट में ले जाया जा सकता है और वोट डालने के बाद वापस जेल लाया जा सकता है. दोनों नेताओं ने बॉम्बे हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती दी है, जिसमें उन्हें वोट देने के लिए जेल से बाहर जाने की अनुमति नहीं दी गई है. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई है. जानिए क्या कहा सुप्रीम कोर्ट ने...
SC- इन मामलों को पहले सीजेआई के पास जाना चाहिए. हम इसे कल सुन सकते हैं.
सीनियर एडवोकेट मीनाक्षी अरोड़ा- ये केस अर्जेंट है. आज जरूर सुनवाई होनी चाहिए. क्योंकि वोटिंग आज शाम 4 बजे तक है.
SC- जब फाइल हमारे सामने नहीं है तो हम किसी मामले को कैसे सूचीबद्ध कर सकते हैं?
अरोड़ा- ये जरूरी केस है.
SC ने रजिस्ट्री स्टाफ से फाइल की स्थिति की जांच करने के लिए कहा है. यह भी जानकारी की है कि क्या सीजेआई ने इस पर विचार किया है. कोर्ट ने कहा है कि हम देखेंगे कि क्या इसे दोपहर 12 बजे सुना जा सकता है.
महाराष्ट्र के विधायक ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है और एमएलसी और राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोट डालने की अनुमति मांगी है. इससे पहले राज्यसभा चुनाव में जेल में बंद विधायक वोट नहीं डाल सके थे. जिससे शिवसेना को अपनी चौथी दावेदारी पर करारी हार मिली थी. बता दें कि इस समय नवाब मलिक और अनिल देशमुख जेल में बंद चल रहे हैं. दोनों नेता राज्यसभा चुनाव में वोट नहीं डाल पाए थे.