कुदरत ने बरपाया कहर: जम्मू कश्मीर, हिमाचल और लद्दाख में बादल फटने से 17 लोगों की मौत, मलबे और चट्टानों की वजह से टूटी कई सड़कें
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हिमाचल प्रदेश और केंद्रशासित प्रदेशों जम्मू-कश्मीर व लद्दाख में बारिश के कारण आई बाढ़ से बुधवार को 17 लोगों की मौत हो गई। जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के एक सुदूर गांव में बुधवार तड़के 4:30 बजे बादल फटने से सात लोगों की मौत हो गई और 17 अन्य घायल हुए हैं। हिमाचल प्रदेश में अचानक आई बाढ़ में नौ लोगों की मौत हो गई, दो घायल हो गए और सात लापता हो गए। केंद्रशासित प्रदेश लद्दाख में कारगिल के विभिन्न क्षेत्रों में दो बादल फटने से एक लघु पनबिजली परियोजना, लगभग 12 मकान और खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचा है। राहत और बचाव कार्यों में सेना के साथ ही एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम जुटी हुई है।
9 लोगों की मौत हिमाचल प्रदेश में हुई, दो घायल, सात लापता
हिमाचल प्रदेश के राज्य आपदा प्रबंधन निदेशक सुदेश कुमार मोख्ता ने कहा कि लाहौल-स्पीति में उदयपुर के तोजिंग नाले में आई बाढ़ में सात लोगों की मौत हो गई, दो घायल हो गए और तीन अभी भी लापता हैं, जबकि चंबा में दो लोगों की मौत हो गई। उन्होंने कहा कि कुल्लू जिले में एक महिला, उसके बेटे, एक जलविद्युत परियोजना अधिकारी और दिल्ली के एक पर्यटक सहित चार लोगों के मारे जाने की आशंका है। मोख्ता ने बताया कि लाहौल के उदयपुर में मंगलवार रात करीब आठ बजे बादल फटने के कारण अचानक आई बाढ़ में मजदूरों के दो तम्बू और एक निजी जेसीबी मशीन बह गई। उदयपुर के तोजिंग नाले में अचानक आई बाढ़ में 12 मजदूर बह गए। इनमें से सात शव बरामद हुए, दो को बचाया गया और तीन अभी भी लापता हैं। लाहौल-स्पीति के उपायुक्त नीरज कुमार ने बताया कि भूस्खलनों के मलबे में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए एनडीआरएफ की टीम लगी हुई है। मोख्ता ने कहा कि लाहौल-स्पीति में कई सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं जबकि लगभग 60 वाहन फंसे हैं। प्रदेश में मौसम विभाग ने भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।