छतरपुर। बागेश्वर धाम के कथावाचक धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के भाई शालिग्राम को पुलिस ने 2 मार्च को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। शालिग्राम के साथी राजाराम तिवारी को भी अदालत में पेश किया गया, जहां से दोनों को 25-25 हजार के मुचलके पर जमानत मिल गई। कोर्ट परिसर में छतरपुर जिले के तीन थानों बमीठा, सिविल लाइन और सिटी कोतवाली पुलिस मौजूद है। शालिग्राम उर्फ सौरभ गर्ग पर 21 फरवरी को FIR दर्ज की गई थी।
गढ़ा गांव में थी शादी, यहीं पर शालिग्राम ने धमकी दी थी
पंडित धीरेंद्र शास्त्री के छोटे भाई शालिग्राम गर्ग का वीडियो जिस शादी समारोह का बताया जा रहा है, उसका आयोजन छतरपुर के गढ़ा गांव में हुआ था। अक्टौंहा गांव के रहने वाले आशाराम अहिरवार के बेटे आकाश की शादी थी। आकाश की बारात गढ़ा गांव में पहुंची थी। 11 फरवरी को शादी थी। हटकुवा के बराती लाल ने बताया कि बारात बागेश्वर महाराज के यहां गई थी तो लड़की वालों ने सीधे खाना खाने के लिए कहा। इसी समय बागेश्वर महाराज का भाई हथियार सहित आ गया और अपशब्द कहते हुए पूछने लगा किसने कराई थी राई। वह शराब भी पिए था और उसे साथ एक दो साथी भी थे। वह लड़की वालों के घर भी गया था।
धीरेंद्र शास्त्री बोले थे- जो करे सो भरे
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने छोटे भाई पर FIR होने पर कहा कि मैं झूठ के साथ नहीं हूं। जो करे सो भरे। मामला हमारे संज्ञान में आया है। हम गलत के साथ नही हैं। कानून निष्पक्षता और पारदर्शिता की गहराई से इसकी जांच करे। मैं गलत के कतई साथ नही हूं और हर विषय को हमसे न जोड़ा जाए। हम सनातन, हिंदुत्व और श्री बागेश्वर बालाजी की सेवा में अनवरत लगे हुए है।
आकाश अहिरवार ने आरोप लगाया था कि 11 फरवरी की रात जब बाराती खाना खा रहे थे। डीजे पर राई बज रहा था। तभी शालिग्राम ने आकर जातिसूचक शब्दों के साथ गालियां देना शुरू कर दिया। शादी में व्यवधान डाला। उसके हाथ में पिस्टल थी। उसने दो-तीन फायर भी किए। जो उसे गालियां देने से मना कर रहा था, वो उसी के साथ मारपीट कर रहा था। आकाश के मुताबिक, बागेश्वर धाम में 18 तारीख को सामूहिक विवाह होना था। ये लोग चाह रहे थे कि मेरी शादी भी वहीं हो, जिसके लिए धीरेंद्र शास्त्री ने घर पर खबर भी भेजी थी, लेकिन हमने सामूहिक विवाह में शादी करने से मना कर दिया। इस पर शालिग्राम भड़क गया।