नई दिल्ली। कुश्ती संघ के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धरना दे रहे पहलवानों के मामले में मंगलवार को काफी उठापटक हुई. रेसलर्स ने दोपहर में दावा किया कि वह शाम को अपने मेडल हरिद्वार पहुंचकर गंगा नदी में बहाएंगे. मेडल बहाने के लिए पहलवान हरिद्वार में हर की पौड़ी पहुंच भी गए, लेकिन इस काम को अंजाम देने से पहले किसान नेता नरेश टिकैत ने वहां पहुंचकर पहलवानों को रोक लिया. टिकैत ने रेसलर्स को समझाते हुए मेडल अपने पास ले लिए और सरकार को 5 दिन का अल्टीमेटम दिया.
बता दें कि मंगलवार को पहलवान बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक ने सोशल मीडिया पर बयान जारी कर कहा था कि वह मेडल को गंगा में बहाने जा रहे हैं, क्योंकि जितना पवित्र गंगा को माना जाता है, उतनी ही पवित्रता से मेहनत कर उन्होंने मेडल हासिल किए थे. उन्होंने ऐलान किया था कि गंगा में मेडल बहाने के बाद रेसलर्स दिल्ली में स्थित इंडिया गेट पर आमरण अनशन भी करेंगे. नरेश टिकैत ने पहलवानों को मेडल ना बहाने की बात पर राजी कर लिया है. टिकैत ने सरकार को 5 दिन का अल्टीमेटम दिया है. पहलवानों को मनाने के लिए नरेश टिकैत हरिद्वार पहुंच चुके हैं. वह हर की पौड़ी पर रेसलर्स को मनाने की कोशिश कर रहे हैं. राकेश टिकैत ने आजतक से बातचीत में कहा है कि पहलवानों को फिलहाल रोका गया है, नरेश टिकैत हरिद्वार पहुंचकर पहलवानों से बात करेंगे. राकेश टिकैत ने कहा कि हमारा प्रयास है पहलवानों को वापस लाया जाए. अगर उन्हें मेडल नहीं रखने हैं तो वह उन्हें गंगा में प्रवाहित करने की जगह सीधे राष्ट्रपति को सौंप दें.