जम्मू-कश्मीर के नए DGP बने नलिन प्रभात, आतंकवाद से निपटना होगी बड़ी चुनौती, कौन हैं ये IPS?

1 अक्टूबर से जम्मू-कश्मीर के डीजीपी की जिम्मेदारी संभालेंगे.

Update: 2024-08-15 08:53 GMT

नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के लिए आज नए डीजीपी के नाम की घोषणा कर दी गई है। हालांकि फिलहाल वह विशेष महानिदेशक (एसडीजी) के पद पर तैनात रहेंगे। एक अक्टूबर के बाद वह केंद्र शासित प्रदेश के पुलिस प्रमुख की कमान संभालेंगे।

आपको बता दें कि 1992 बैच के आंध्र प्रदेश कैडर के आईपीएस अधिकारी नलिन प्रभात को 30 सितंबर 2024 तक के लिए जम्मू और कश्मीर पुलिस के विशेष महानिदेशक के पद पर तैनात किया गया है। इसके बाद वह 1 अक्टूबर से जम्मू-कश्मीर के डीजीपी की जिम्मेदारी संभालेंगे।
आपको बता दें कि कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने बुधवार को आंध्र प्रदेश कैडर के एनएसजी डीजी नलिन प्रभात की तीन साल के कार्यकाल के लिए एजीएमयूटी कैडर में अंतर-राज्यीय प्रतिनियुक्ति को मंजूरी दी थी। वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी प्रभात वर्तमान में राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के महानिदेशक के रूप में कार्यरत थे।
आपको बता दें कि वर्तमान में आरआर स्वैन डीजीपी पद पर तैनात हैं। इनके बाद नलिन प्रभात इस पद को संभालेंगे। वह हिमाचल प्रदेश के मनाली के मूल निवासी हैं। उनके पास आतंकवाद विरोधी अभियानों का व्यापक अनुभव है। उन्होंने पहले राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के महानिदेशक और जम्मू और कश्मीर में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) में अतिरिक्त महानिदेशक के रूप में कार्य किया है।
नलिन प्रभात का जम्मू और कश्मीर में नौकरी का एक उल्लेखनीय इतिहास रहा है। उन्होंने चरम उग्रवाद के दौर में यहां अपनी सेवा दी है। उन्होंने 2009 के लाल चौक पर एंटी-फिदायीन ऑपरेशन का नेतृत्व किया था। उन्होंने श्रीनगर में पंजाब होटल पर हमला करने वाले आतंकवादियों को सफलतापूर्वक बेअसर कर दिया था। इससे शहर के बीचों-बीच विनाश को रोका जा सका। डीजीपी की भूमिका में कदम रखते ही नलिन प्रभात को काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। जम्मू क्षेत्र में हाल ही में आतंकवाद में उछाल हुआ है। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव भी होने वाले हैं।


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