मेरी बीवी सबसे ज्यादा...सुसाइड नोट लिखकर युवक ने की आत्महत्या

परिजन सदमे में

Update: 2021-03-16 16:10 GMT

गाजीपुर में कासिमाबाद के सोनबरसा गांव में एक युवक ने अपने ही घर में फांसी लगाकर जान दे दी। आत्महत्या से पहले उसने सुसाइड नोट भी लिखा। उसमें पत्नी और बच्चों को संबोधित करने के साथ ही आत्महत्या के कारणों की जानकारी दी। जवान बेटे की मौत से परिवार में कोहराम मच गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव के साथ ही मौके पर मिले सुसाइड नोट को कब्जे में ले लिया। युवक का सुसाइड नोट पढ़कर हर कोई भावुक हो गया। कासिमाबाद क्षेत्र के सोनबरसा निवासी राजकुमार यादव का पुत्र पंकज यादव (25) एक पैथालाजी पर रहकर काम सीख रहा था। उसकी पत्नी नंदिनी अपने मायके धनबाद गई हुई है। तीन दिन पहले जब वह अपनी पत्नी और बेटे से धनबाद मिलने जा रहा था तो दादा शिवबचन ने उसे खर्च के लिए दस हजार दिया था। वह पत्नी और बेटे से मिलकर घर लौटा था।

रोज की तरह सोमवार की रात भी माता-पिता के साथ खाना खाया इसके बाद अपने कमरे में सोने के लिए चला गया। मंगलवार की सुबह करीब 6 बजे पत्नी ने कई बार पंकज को फोन किया, लेकिन फोन नहीं रिसीव हुआ। इस पर पत्नी ने श्वसुर को फोन कर कहा कि क्या बात है, पंकज का फोन क्यों नहीं उठ रहा है। इस पर उन्होंने पंकज की मां प्रेमा से कहा कि जरा देखो तो क्या बात है। मां ने जैसे ही कमरे का दरवाजा खोला तो चीख पड़ी। आवाज सुनकर परिवार के अन्य सदस्यों के साथ पास-पड़ोस के लोग मौके पर पहुंच गए। लोगों ने घटना की सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव के साथ ही मौके से सुसाइड नोट को कब्जे में ले लिया। कोतवाल श्यामजी यादव ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला आत्महत्या का लग रहा है। शव को परीक्षण के लिए भेज दिया गया है। रिपोर्ट आने के बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।

पंकज के दो छोटे भाई गोलू और नीरज हैं। उसकी शादी लगभग डेढ़ साल पहले नंदनी से हुई थी। पंकज का एक 6 महीने का बेटा है। इस दौरान उसकी पत्नी नंदिनी का बड़ा ऑपरेशन भी हुआ था। इसके बाद उसके पिता द्वारा उसे मायके ले जाया गया था। पंकज तीन भाइयों में सबसे बड़ा था। दो अन्य भाई नवीन और नीरज हैं। थाना प्रभारी निरीक्षक श्याम जी यादव ने बताया कि मौके से सुसाइड नोट मिला है। पिता की तहरीर पर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।

सुसाइड नोट में लिखी यह बातें

पंकज ने सुसाइड नोट में लिखा कि मैं पंकज अपने होश हवास में लिख रहा हूं कि मैं अपनी जिंदगी में कुछ नहीं कर पाया। ना अपने घर-परिवार के लिए ना अपने बेटा और बीवी के लिए। मैं अपनी बीवी और अपने बेटे से बहुत प्यार करता हूं और अपनी फेमिली से भी और मेरे जाने से सबसे ज्यादा दुखी मेरी बीबी होगी, लेकिन मैं मजबूर हूं। मैं आखिरी बार अपनी बीवी और बेटे को देखने गया था। अब कोई दुख नहीं है। इसमें किसी का कोई दोष नहीं है। नंदिनी आई लव यू और मुझे माफ कर देना मैं अपने परिवार से मांफी मांग रहा हूं।

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