नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17-18 जून के दो दिवसीय गुजरात दौरे पर हैं. पीएम मोदी शुक्रवार शाम को अहमदाबाद पहुंच गए थे. आज सुबह 9 बजे पंचमहल जिले के पावागढ़ में नवनिर्मित महाकाली माता मंदिर में पूजा-अर्चना की. इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी नए मंदिर में ध्वजारोहण किया. पीएम ने कहा कि पावागढ़ सर्वधर्म समभाव का केंद्र रहा है. 11.30 बजे पीएम हेरिटेज फॉरेस्ट में यात्रा करेंगे. इसके बाद पीएम मोदी वडोदरा में 12 बजे गुजरात गौरव अभियान में हिस्सा लेंगे.
पीएम नरेंद्र मोदी 16,000 करोड़ रुपये से अधिक की रेलवे परियोजना का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे. इसके अलावा गुजरात केंद्रीय विश्वविद्यालय की आधारशिला भी रखेंगे. उम्मीद जताई जा रही है कि वह अपनी मां हीराबेन के जन्मदिन पर उनसे मिल सकते हैं.
पीएम ने कहा कि पंचमहल के लोगों से मेरा आग्रह है कि बाहर से जो भी श्रद्धालु यहां दर्शन के लिए आएं, उनको आप अपने राज्य के अन्य पवित्र तीर्थस्थानों पर जाने के लिए अवश्य कहिएगा. पहले पावागढ़ की यात्रा इतनी कठिन थी कि लोग कहते थे कि जीवन में एक बार माता के दर्शन हो जाएं. आज यहां बढ़ रही सुविधाओं ने मुश्किल दर्शनों को सुलभ कर दिया है. माताएं, बहनें, बुजुर्ग, बच्चे दिव्यांग हर कोई मां के चरणों में आकर अपनी भक्ति का, मां के प्रसाद का सहज लाभ ले सकते हैं.
पीएम ने कहा कि पावागढ़ में आध्यात्म भी है, इतिहास भी है, प्रकृति भी है, कला-संस्कृति भी है. यहां एक ओर मां महाकाली का शक्तिपीठ है, तो दूसरी ओर जैन मंदिर की धरोहर भी है. यानी, पावागढ़ एक तरह से भारत की ऐतिहासिक विविधता के साथ सर्वधर्म समभाव का एक केंद्र रहा है.
पीएम ने कहा कि गुजरात ने भारत की स्वतंत्रता और उसके विकास में योगदान दिया. स्वतंत्रता के समय, हम गुलामी और अन्याय से त्रस्त थे, हमने इसके खिलाफ लड़ाई लड़ी. भारत की सांस्कृतिक स्वतंत्रता का नेतृत्व सरदार वल्लभभाई पटेल ने किया क्योंकि उन्होंने सोमनाथ मंदिर का पुनर्विकास किया और भारत के विकास की नींव रखी.
मोदी ने कहा कि कल्पना कर सकते हैं कि 5 शताब्दी के बाद और आजादी के 75 साल के बाद तक मां काली के शिखर पर ध्वजा नहीं फहरी थी, आज मां काली के शिखर पर ध्वजा फहरी है. ये पल हमें प्रेरणा और ऊर्जा देता है और हमारी महान संस्कृति एवं परंपरा के प्रति हमें समर्पित भाव से जीने के लिए प्रेरित करता है. मां के आशीर्वाद के बिना ये संभव भी कहां हो सकता है.
पीएम ने कहा कि मेरा जो भी सामर्थ्य है, मेरे जीवन में जो कुछ भी पुण्य हैं, वो मैं देश की माताओं-बहनों के कल्याण के लिए, देश के लिए समर्पित करता रहूं. आज का ये अवसर सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास का भी प्रतीक है. अभी मुझे मां काली मंदिर में ध्वजारोहण और पूजा-अर्चना का भी अवसर मिला है.