मदरसा प्रशिक्षक भर्ती की मांग को लेकर मुस्लिम युवाओं ने फूंका विधायकों का पुतला
सवाई माधोपुर। सवाईमाधोपुर मलारना डूंगर उपखंड मुख्यालय पर मदरसा अनुदेशक भर्ती की मांग को लेकर मंगलवार को बेरोजगार मुस्लिम युवाओं का गुस्सा फूट पड़ा। यहां पुराने तहसील कार्यालय से गंगापुर मोड तक सैंकड़ों उर्दू बेरोजगार युवाओं ने पैदल जुलूस निकालकर कांग्रेस सरकार के खिलाफ गहरी नाराजगी जाहिर की। इस दौरान गंगापुर मोड स्थित मुख्य चौराहे पर क्षेत्रीय विधायक दानिश अबरारका और अन्य सभी मुस्लिम विधायकों का पुतला फूंका। कांग्रेस सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया।
उर्दू बेरोजगार अशरफ खान, सलीम खान सहित युवाओं का आरोप है कि राज्य सरकार की ओर से बजट घोषणा 2023-24 के दौरान 6843 पदों पर मदरसा अनुदेशक भर्ती की घोषणा की गई थी, लेकिन अभी भी मदरसा अनुदेशक भर्ती की विज्ञप्ति जारी नहीं की गई। उन्होंने बताया कि प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर जल्द आचार संहिता लगने वाली है, लेकिन राज्य सरकार ने मदरसा अनुदेशक भर्ती की विज्ञप्ति जारी नहीं की गई। ऐसा करके सरकार मुस्लिम युवाओं के साथ धोखा कर रही है। इसी को लेकर मुस्लिम उर्दू बेरोजगारों में सरकार के खिलाफ गहरी नाराजगी हैं। जिसके चलते मलारना डूंगर, बहतेंड व आसपास के मुस्लिम बेरोजगार युवाओं की ओर से सरकार में मुस्लिम विधायकों के खिलाफ प्रदर्शन किया गया।
शहर में सालौदा क्षेत्र के लोगों ने वार्ड पार्षद विकास ठेकला के नेतृत्व में सोमवार को कलेक्टर को ज्ञापन दिया। उन्होंने सालौदा की घनी आबादी क्षेत्र में बनाए जा रहे दीवार वाले रेलवे ओवरब्रिज को कॉलम पर बनाने के साथ-साथ संपर्क पुलिया निर्माण करने की मांग की वार्ड पार्षद विकास ठेकला ने बताया कि शहर में सालौदा क्षेत्र में रेलवे फाटक नंबर 169 पर रेलवे ओवर ब्रिज का निर्माण किया जा रहा है, लेकिन यह ओवर ब्रिज कॉलम पर नहीं बनाकर दीवार के सारे बनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यह ओवर ब्रिज घनी आबादी क्षेत्र में है और इसी कॉलोनी में रोड पर 40 वर्ष पुराना कैला देवी का मंदिर बना हुआ है। जहां पर प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु मंदिर में माता के दर्शन करने के लिए आते जाते हैं। यहां दीवार वाला ओवरब्रिज बनाया जाता है तो सामने मंदिर होते हुए भी दर्शन करने जाने के लिए श्रद्धालुओं को ओवर ब्रिज के जीरो पॉइंट तक चक्कर लगाकर आना पड़ेगा और यह गंभीर समस्या है। इसके अलावा रेलवे लाइन के पास जीरो पोइन्ट पर भी खेती और दुकानों पर जाने के लिए आमजन को ओवरब्रिज पर चढ़कर जाना पड़ेगा। जिसमें 900 मीटर का चक्कर लगाना पडे़गा। साथ ही आसपास के दुकानदार, व्यापारियों के रोजगार पर विपरीत असर होगा।