पति-पत्नी की हत्या: महिला निकली मास्टरमाइंड, पुलिस भी रह गई दंग
दोनों के थे अवैध संबंध.
जयपुर: राजस्थान पुलिस ने करौली जिले में हुए एक नवविवाहित दंपती के मर्डर की गुत्थी सुलझा ली है। इस सनसनीखेज डबल मर्डर का मास्टरमाइंंड कोई और नहीं बल्कि खुद मृतक लड़के की मां ही निकली। उसने अपने भाई के साथ मिलकर इस जघन्य वारदात की प्लानिंग कर उसे अंजाम तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई थी। मृतक दंपती की इसी साल शादी हुई थी, लेकिन इसके बावजूद पति और पत्नी दोनों के ही अन्य महिला और पुरुष के साथ अवैध संबंध बना रखे थे।
जानकारी के अनुसार, पुलिस ने बताया कि राजस्थान के करौली जिले में एक युवा जोड़े की हत्या की योजना कथित तौर पर पति की मां और मामा ने बनाई थी। दरअसल, कथित तौर पर मृतक पति और पत्नी दोनों के दूसरे लोगों के साथ विवाहेत्तर संबंध (Extra-Marital Affairs) थे। पुलिस ने हत्याकांड से जुड़े तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने बताया कि हत्या की आरोपी मां को डर था कि अगर बहू-बेटे के अवैध संबंधों का अगर किसी और को पता चल गया तो उसके परिवार को गांव से बहिष्कृत कर दिया जाएगा। इसलिए उसने अपने भाई के साथ मिलकर अपने बेटे और बहू दोनों को खत्म करने की साजिश रच डाली और उन्होंने इस अपराध को अंजाम देने के लिए एक ड्राइवर को भी योजना में शामिल कर लिया।
पुलिस ने बताया कि मंगलवार रात को कैला देवी मंदिर से लौटते समय करौली जिले में एक सुनसान जगह पर ड्राइवर और मामा ने उनकी कार में विकास (22 वर्षीय) और उसकी पत्नी दीक्षा (18 वर्षीय) की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
मृतक दंपती उत्तर प्रदेश के आगरा के एक गांव के रहने वाले थे और उनकी इसी साल जनवरी में शादी हुई थी। सर्किल ऑफिसर अनुज शुभम ने बताया कि तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस अधिकारी ने कहा, "ललिता ने विकास और उसकी पत्नी को कई बार अवैध संबंध बनाते हुए रंगे हाथों पकड़ा था। ललिता ने अपनी बहू और बेटे को ताने मारे और उनसे अवैध संबंध खत्म करने को कहा, लेकिन उन दोनों पर इसका कोई असर नहीं हुआ और उन्होंने अपने हरकतें जारी रखीं। इसलिए ललिता ने अपने भाई रामबरन के साथ मिलकर अपने बेटे और बहू की हत्या की साजिश रच डाली।"
पुलिस के मुताबिक, रामबरन ने पिछले महीने विकास और दीक्षा की हत्या के लिए एक सेकेंड हैंड कार और एक पिस्तौल खरीदी थी। वह कार से उन्हें मारने के लिए उपयुक्त स्थान की तलाश में कई जगहों पर गया। रामबरन ने इस साजिश में अपने ड्राइवर चमन खान को भी शामिल किया।
पुलिस ने बताया कि रामबरन और चमन खान ने कई सुनसान और दुर्घटना संभावित इलाकों का सर्वे किया, जिसका वीडियो भी जांच के दौरान रामबरन के मोबाइल में मिला। करीब छह-सात दिन पहले रामबरन ने चमन खान को अपनी कार से विकास के आगरा स्थित गांव भेजा, जहां चमन खान ने कार से उन्हें 'दुर्घटना' में मारने की योजना बनाई, लेकिन वह कामयाब नहीं हुआ।
इसके बाद, रामबरन ने उसे दंपती को कैला देवी मंदिर ले जाने के लिए कहा। पुलिस ने बताया कि 29 अक्टूबर को चमन खान दंपती के साथ योजना के अनुसार, मंदिर जाने के लिए निकल गया। मंसलपुर के भोजपुर गांव के पास एक सुनसान जगह पर चमन खान ने उस समय कार चला रहे विकास से गाड़ी रोकने को कहा। इसके बाद वह इंजन चेक करने के बहाने कार से बाहर आया।
पुलिस ने बताया कि कुछ देर बाद रामबरन भी वहां पहुंच गया और चमन खान और रामबरन दोनों ने कार के अंदर विकास और दीक्षा की गोली मारकर हत्या कर दी।
वार्ता की अनुसार, पुलिस ने बताया कि पूछताछ में सामने आया कि मृतक विकास के गांव में ही किसी अन्य महिला तथा बहू दीक्षा के किसी अन्य पुरुष से अवैध संबंध को लेकर मां-बेटे एवं सास-बहू के बीच काफी समय से विवाद चल रहा था। इस बीच, परिवार द्वारा उन दोनों को समझाने की कोशिश भी की गई, लेकिन इसका बेटे एवं बहू पर जब कोई असर नहीं हुआ तो समाज में अपनी इज्जत बरकरार रखने के लिए उनकी हत्या की साजिश रच उसे अंजाम दिया गया।