पंजाब में रेप के बाद बच्ची की हत्या...राहुल गांधी ने तोड़ी चुप्पी...बोले- यूपी की तरह रोड़ा नहीं अटकाती कांग्रेस
कांग्रेस शासित पंजाब के टांडा में 6 साल की बच्ची के साथ रेप के बाद हत्या के मामले में सियासत गर्माती जा रही है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। कांग्रेस शासित पंजाब के टांडा में 6 साल की बच्ची के साथ रेप के बाद हत्या के मामले में सियासत गर्माती जा रही है. बीजेपी का कहना है कि दलितों और पिछड़ों के नाम पर राजनीति करने वाले राहुल गांधी इस मुद्दे पर चुप हैं. हालांकि अब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपनी चुप्पी तोड़ी है.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, 'यूपी के विपरीत, पंजाब और राजस्थान की सरकारों ने ये इनकार नहीं किया कि लड़की के साथ बलात्कार हुआ, उसके परिवार को धमकाया नहीं और न ही न्याय के रास्ते में रुकावट पैदा की. अगर वे ऐसा करते हैं, तो मैं वहां भी न्याय के लिए लड़ने जाऊंगा.'
Unlike in UP, the governments of Punjab and Rajasthan are NOT denying that the girl was raped, threatening her family and blocking the course of justice.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 24, 2020
If they do, I will go there to fight for justice. #Hathras
बता दें कि पंजाब पुलिस के मुताबिक एक भयावह घटना में छह वर्षीय लड़की के साथ कथित तौर पर बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई. पुलिस के मुताबिक लड़की की अधजली लाश होशियारपुर के टांडा के एक गांव में एक घर में मिली है. बच्ची एक प्रवासी मजदूर की बेटी थी, जो इसी गांव में रह रहा था.
इस मुद्दे पर बीजेपी नेता अमित मालवीय ने दावा किया है कि ये दलित परिवार बिहार का एक प्रवासी मजदूर है. उन्होंने कहा, 'पंजाब के टांडा गांव में एक बिहारी प्रवासी दलित परिवार की 6 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म होता है, फिर उसे जला कर मार दिया जाता है. दलितों और पिछड़ों के नाम पर राजनीति करने वाले राहुल गांधी और तेजस्वी यादव इस मामले पर चुप हैं.'
कांग्रेस का पलटवार
वहीं कांग्रेस नेता सुष्मिता देव का कहना है कि भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने कई प्रेस वार्ताओं के माध्यम से पंजाब में हुई एक घटना के बारे में तीव्र निंदा की. बलात्कार एक ऐसा मुद्दा है, जिसमें किसी भी प्रदेश में हो या कोई भी दल, उस प्रदेश में किसी की भी सरकार हो, सबको दुख होता है. क्योंकि बलात्कार एक ऐसी चीज है, जिसने एक बार नहीं बार-बार देश की आत्मा को हिलाया है.
सुष्मिता देव ने कहा कि चाहे वो निर्भया हो, चाहे वो उन्नाव हो, चाहे वो हाथरस की बेटी हो, चाहे वो देश में कहीं भी हो, राजस्थान हो, हरियाणा हो. मुझे दुख इस बात का है कि बीजेपी के तीन नेताओं ने निर्मला सीतारमण, प्रकाश जावेड़कर और हर्षवर्धन ने 14 सितंबर से जबसे हाथरस की घटना हुई, पहली बार महिला सुरक्षा पर वो बोले हैं और बोले भी हैं तो किसलिए बोले हैं, उसका एक ही कारण है कि वो राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने जो कदम उन्होंने उठाया था हाथरस जाने का, उस पर उनको आपत्ति है.
उन्होंने कहा कि उनका मूल उद्देश्य बलात्कार की उस घटना के प्रति संवेदना नहीं है. उनका मूल उद्देश्य उस पीड़िता के परिवार के साथ संवेदनशीलता दिखाने का नहीं है. उनका मूल उद्देश्य एक ही है कि विरोधी दल के नेताओं ने जब अपने राजधर्म का पालन किया, उसकी आलोचना करना. आज बीजेपी के नेताओं ने उसी उद्देश्य से तीन-तीन प्रेस वार्ताएं देशभर में की.
पुलिस ने किया गिरफ्तार
पुलिस ने बताया कि इस मामले में गुरप्रीत सिंह और उसके दादा सुरजीत सिंह को हत्या, बलात्कार और आईपीसी की अन्य संबंधित धाराओं और पॉक्सो एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया है. पीड़ित एक प्रवासी मजदूर की बेटी थी, जो उसी गांव में रह रहा था.