चूरू। चूरू सिरसला गांव में शराब के झगड़े में गोली मारकर एक जने की हत्या कर दी गई। सूचना पर तत्काल पुलिस, एफएसएल और एमओबी टीम पहुंची। मौके से फुट प्रिंट, फिंगर प्रिंट के साथ एफएसएल ने वैज्ञानिक सबूत एकत्र किए। इसी दौरान दूधवाखारा इलाके में बैंक लूट की सूचना मिली। पुलिस ने नाकाबंदी की। अपराधी पुलिस पर फायर करने लगे। पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई में फायर किए और तीन आरोपियों को धर दबोचा। यह कोई हकीकत की घटना नहीं है। डीआईजी डॉ. रामेश्वर चौधरी के निरीक्षण के दौरान पुलिस लाइन में पुलिस की ओर से क्रिकेेट किया गया क्राइम सीन है। दूधवाखारा थानाधिकारी अल्का विश्नोई ने अपराध के सबूत एकत्र करने के साथ अपराधियों को धर दबोचने तक का सीन क्रिऐट किया।
डीआइजी के सामने प्रदर्शनकारियों को काबू करने का सीन भी क्रिऐट किया गया। पानी- बिजली की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे लोगों ने रोड जाम कर टायर जलाना शुरू कर दिया। पुलिस ने हिंसक प्रदर्शन नहीं करने को लेकर चेतावनी दी। प्रदर्शनकारी उग्र हो गए। पुलिस पर पत्थरबाजी शुरू कर दी। उग्र भीड़ को काबू में करने को लेकर पुलिस ने फायरिंग शुरू कर दी। इस बीच गोली लगने से एक जना घायल हो गया। पुलिस घायल को सरकारी अस्पताल लेकर गई। पुलिस लाईन सभागार में हुई अपराध बैठक में डीआईजी ने कहा कि पुलिस जिले में नशे के सौदागरों पर नजरें रखें। तस्करी के जरिए बाहर से आने वाले मादक पदार्थों की रोकथाम के लिए कड़े प्रयास करें। जिले में अपराधों के आंकडों में कमी लाने के समुचित प्रयास किए जाएं। उन्होंने कहा कि पुलिस जनता से सांमज्य बनाकर जिले में शांति व्यवस्था के समुचित प्रयास करें। डीआइजी ने चुनाव का समय देखते हुए बैठक में अधिकारियों को सतर्कता बरतने के निर्देश भी दिए।