नई दिल्ली: महाराष्ट्र में हनुमान चालीसा विवाद में जेल से जमानत पर बाहर आईं से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके पति रवि राणा दिल्ली पहुंच गए हैं. दिल्ली एयरपोर्ट पर नवनीत राणा ने मीडिया से कहा कि उन्होंने कोर्ट के किसी आदेश का उल्लंघन नहीं किया है बल्कि जेल में पुलिस की ओर से की गई ज्यादती के बारे में बताया है और यह अधिकार उनका संवैधानिक अधिकार है. दरअसल कोर्ट ने राणा दंपति को इस शर्त पर जमानत दी थी कि वह हनुमान चालीसा विवाद से जुड़े मामले पर मीडिया से बात नहीं करेंगी. लेकिन दोनों ने जेल से बाहर आते ही इस पर बयान दिए और उद्धव सरकार को चुनौती दी. इस पर अब महाराष्ट्र सरकार कोर्ट में अवमानना की याचिका दे सकती है.
दिल्ली पहुंची सांसद नवनीत राणा ने मुंबई पुलिस कमिश्नर पर निशाना साधते हुए कहा कि उनको अपने राजनीतिक आकाओं और उद्धव ठाकरे से निर्देश नहीं लेना चाहिए. नवनीत राणा ने बताया कि आज शाम वह 5:30 बजे लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मिलकर जो कुछ हुआ उसके बारे में जानकारी देंगी. उन्होंने .यह भी कहा कि वह शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राऊत पर धमकी देने का केस दर्ज कराएंगी.
वहीं नवनीत राणा के पति विधायक रवि राणा ने भी उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा कि इस पूरे मामले में केंद्रीय एजेंसी को जांच करनी चाहिए. रवि ने भी कहा कि उन्होंने कोर्ट के किसी भी आदेश का उल्लंघन नहीं किया है. विधायक ने कहा कि लोकसभा स्पीकर से मिलकर उनके साथ हुए अत्याचार के बारे में बताएंगे. इसके साथ ही रवि राणा ने कहा कि मुंबई पुलिस कमिश्नर संजय पांडेय उद्धव ठाकरे के लिए काम कर रहे हैं और इसका नतीजा वो भुगतेंगे.
बता दें कि अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा 5 मई को जेल से बाहर आए हैं. दोनों को 23 अप्रैल को मुंबई पुलिस ने गिरफ्तार किया था. राणा दंपति ने कहा था कि वे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निजी आवास मातोश्री के सामने हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे. इसके बाद मुंबई में जमकर बवाल हुआ. वहीं पुलिस ने दोनों पर कई गंभीर धाराएं लगाकर गिरफ्तार कर लिया था.