रक्षाबंधन पर मातम, इकलौते बेटे की तड़प-तड़पकर मौत, लेटकर रसगुल्ला खाना पड़ा भारी
मोबाइल में गेम भी खेल रहा था.
गालूडीह: झारखंड के एक परिवार में रक्षाबंधन से एक दिन पहले मातम पसर गया। घर के इकलौते बेटे की तड़प-तड़प कर मौत हो गई। दरअसल, नाबालिग लड़का बिस्तर पर लेटे-लेटे रसगुल्ला खाने लगा। उस दौरान वह मोबाइल में गेम भी खेल रहा था। अचानक रसगुल्ला गले में अटक गया। लड़का छटपटाने लगा। कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई। यह पूर्वी सिंहभूम के गालूडीह के पाटमहुलिया गांव की घटना है।
जानकारी के मुताबिक, मृतक की पहचान अमित सिंह के रूप में हुई है। वह 17 साल का था। पाटमहुलिया के सुजीत सिंह का पुत्र अमित घर में लेटकर मोबाइल पर गेम खेल रहा था। इसी दौरान तीन महीने बाद बाहर से काम कर घर लौटे उसके चाचा रोहिणी सिंह रसगुल्ला लेकर आए। अमित लेटे-लेटे रसगुल्ला खाने लगा। खाने के दौरान रसगुल्ला गले में अटक गया और अमित छटपटाने लगा। चाचा के बहुत कोशिश करने पर भी रसगुल्ले को बाहर नहीं निकाला जा सका। इसके बाद उसे उल्टी हुई और परिजन उसे लेकर अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
सूचना पर एसआई पंकज महतो मौके पर पहुंचे और मामले की जानकारी ली। अमित सिंह के पिता सुजीत सिंह बांकी पंचायत गए थे। मां उर्मिला सिंह का रो-रो कर बुरा हाल है। अमित अकेला भाई था, जबकि बहन उससे छोटी है। रक्षाबंधन से एक दिन पहले इस घटना से पूरे गांव में मातम पसर गया है।
वहीं एक दूसरे मामले में हावड़ा-पुणे आजाद हिंद एक्सप्रेस के स्लीपर कोच के शौचालय में गिरकर महिला यात्री रत्ना (85) की मौत हो गई। ट्रेन ड्यूटी कर्मचारियों ने टाटानगर स्टेशन पर महिला के अचेत होने की सूचना दी थी, लेकिन रेलवे अस्पताल के डॉक्टर ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया। जीआरपी ने शव को पोस्टमार्टम में भेज दिया, जबकि रेल थाने में अस्वाभाविक मौत का केस दर्ज किया गया है। वहीं, आजाद हिन्द एक्सप्रेस के स्लीपर कोच में एक अन्य वृद्ध महिला की तबीयत खराब होने पर डॉक्टर को स्टेशन बुलाया गया था।